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नर्मदा से अवैध उत्खनन - 2 पोकलेन और 100 हाइवा से ज्यादा रेत जब्त , प्रभारी मंत्री से शिकायत पर कार्यवाही

डिजिटल डेस्क जिबलपुर । रेत का अवैध उत्खनन व नर्मदा से मशीनों से रेत खनन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की हिदायत जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने दी थी। इसके बाद भी नर्मदा से रेत का मशीनों से धड़ल्ले से उत्खनन किया जा रहा था। ऐसी ही एक शिकायत शुक्रवार को जब संभागायुक्त बी चंद्रशेखर के पास पहुँची तो उन्होंने तत्काल ही अमले को मौके पर पहुँचकर कार्यवाही के निर्देश दिए। टीम ने भी एसडीएम शहपुरा अनुराग तिवारी के नेतृत्व में छापेमार शैली में कार्यवाही की तो हड़कम्प मच गया। खनन करने वाले तो भाग खड़े हुए लेकिन मौके से 100 हाइवा से ज्यादा रेत जब्त हुई और बिना नंबर की दो पोकलेन मशीनें भी पकड़ी गईं।
शहपुरा क्षेत्र के बेलखेड़ी घाट (टपरिया) में वैसे तो रेत का ठेका है लेकिन नर्मदा से किसी भी हाल में मशीनरी लगाकर रेत निकालने की परमीशन नहीं है। इस घाट में लेकिन रेत का अवैध खनन धड़ल्ले से पोकलेन मशीनों से कराया जा रहा था और हर दिन कई घनमीटर रेत निकाली जा रही थी। राजस्व, पुलिस और खनिज विभाग की संयुक्त टीम ने जब एक साथ घेराबंदी कर धावा बोला तो अवैध उत्खनन करने वाले नदी के उस पर भाग खड़े हुए, लेकिन जिन दो पोकलेन मशीनों से रेत निकाली जा रही थी उन्हें वे वहीं छोड़ गए। इन मशीनों से 1 हजार घनमीटर से ज्यादा रेत का खनन करके स्टॉक किया गया था जिन्हें जब्त किया गया। कार्यवाही में तहसीलदार शहपुरा राजेश सिंह, माइनिंग विभाग के देवेन्द्र पटले, दीपा बारेवार व शहपुरा व बेलखेड़ा थाने की पुलिस भी मौजूद रही।
प्रभारी मंत्री को भेजा वीडियो
नर्मदा से मशीनों से रेत निकालने का यह सिलसिला सिर्फ इस घाट में नहीं बल्कि कई क्षेत्रों में धड़ल्ले से चल रहा है। लोगों का कहना है कि कई दिनों से यहाँ खनन किया जा रहा था, जिसकी कई बार शिकायत की गई लेकिन कार्यवाही नहीं हुई। शुक्रवार को इस मामले में किसी ने मशीनों से खनन करने का वीडियो बनाया और कृषि व प्रभारी मंत्री कमल पटेल को भेज दिया। मंत्री ने वीडियो देखने के बाद संभागायुक्त को यह बताया और कार्यवाही के निर्देश दिए तब प्रशासन और खनिज विभाग की टीम ने कार्यवाही की।
अब होगी एफआईआर
प्रभारी मंत्री ने अवैध खनन और परिवहन में वाहन पकड़े जाने पर चालक के खिलाफ कार्यवाही न करते हुए वाहन मालिकों पर एफआईआर कराने के निर्देश दिए थे। इस मामले में अभी यह तो नहीं पता चला है कि पोकलेन मशीनें किसकी हैं लेकिन एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी हो गई है। प्रभारी मंत्री ने अवैध उत्खनन में संलग्न मशीनों और वाहनों के साथ ही मालिकों के विरुद्ध धारा 379, 411 और 4/21 एमएमडीआर के तहत प्रकरण दर्ज करने को कहा।
Created On :   5 Dec 2020 3:05 PM IST