रैंडम सिलेक्शन में भी एक ही विभाग के कर्मियों को टीका! फ्रंट लाइन पर काम करने वाले हैल्थ वर्कर्स लिस्ट में पीछे

Immunization to personnel of the same department in random selection too! Back in front line workers list
रैंडम सिलेक्शन में भी एक ही विभाग के कर्मियों को टीका! फ्रंट लाइन पर काम करने वाले हैल्थ वर्कर्स लिस्ट में पीछे
रैंडम सिलेक्शन में भी एक ही विभाग के कर्मियों को टीका! फ्रंट लाइन पर काम करने वाले हैल्थ वर्कर्स लिस्ट में पीछे

डिजिटल डेस्क जबलपुर । कोरोना वैक्सीनेशन की शुरूआत हैल्थ वर्कर्स से की गई क्योंकि कोरोना काल में इन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना मरीजों का इलाज किया, लेकिन अब इन्हीं हैल्थ वर्कर्स में वैक्सीनेशन को लेकर भेदभाव किया जा रहा है। होना तो ये चाहिए कि वे स्वास्थ्य कर्मी जो कोरोना वार्ड या कोरोना मरीजों से सीधे तौर पर सम्पर्क में रहे हों या अब भी हों, उन्हें प्राथमिकता के साथ पहले टीका लगवाने का मौका दिया जाना चाहिए, लेकिन यह मौका अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को मिल रहा है। मेडिकल कॉलेज में हुए टीकाकरण में कुछ ऐसा ही हुआ, जहाँ पोर्टल की गड़बड़ी का फायदा उठाकर पहले दिन ही पीएसएम डिमार्टमेंट  के डॉक्टर्स और रेसीडेंट डॉक्टर्स को प्राथमिकता से टीका लगा दिया गया और बाद में उनकी एंट्री करा दी गई। कहा तो यह भी जा रहा है कि टीकाकरण में रैंडम सिलेक्शन  के नाम पर चहेतों को फायदा पहुँचाया गया, जिसमें कुछ सेवानिवृत्त डॉक्टर्स भी शामिल हैं। 
जो पात्र नहीं, उनकी सूची भेजी -यहाँ हुई गड़बड़ी 
 स्वास्थ्य कर्मियों के पंजीयन के दौरान लिस्ट में उनके नाम भी जोड़ दिए गए, जो या तो सेवानिवृत्त हो चुके हैं या अब रिजाइन दे चुके हैं। लिस्ट को वैरिफाई किए बिना ही स्वास्थ्य विभाग तक जानकारी पहुँचा दी गई, जिसके बाद जो अपात्र थे, उन्हें भी टीका लग गया।   
इनका कहना है
जो टीका लगवाने के पात्र नहीं हैं, उनकी सूची बनाकर डीएचओ को भेजी गई है, ताकि पूर्व में भेजी गई सूची से उनके नाम हटाए जा सकें। जिन लोगों को टीका लगाया जा रहा है, उनका सिलेक्शन विभाग द्वारा रैंडम तरीके से ही किया जा रहा है।
डॉ. पीके कसार, डीन, मेडिकल कॉलेज

Created On :   21 Jan 2021 3:53 PM IST

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