मुंबई में रहा बंद का मिला-जुला असर, नागपुर में दिखा खासा असर

Impact of bandh was normal in Mumbai, but Nagpur was closed
मुंबई में रहा बंद का मिला-जुला असर, नागपुर में दिखा खासा असर
मुंबई में रहा बंद का मिला-जुला असर, नागपुर में दिखा खासा असर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों के विरोध में आयोजित ‘भारत बंद’ का मुंबई और आसपास के इलाकों में मिलाजुला असर रहा। कांग्रेस समेत 21 विपक्षी पार्टियों के बंद के दौरान महानगर में छिटपुट हिंसक घटनाओं और विरोध प्रदर्शन के अलावा जनजीवन सामान्य रहा। बंद के दौरान प्रदर्शनकारियों ने रेल, मेट्रो और यातायात रोकने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने जल्द ही उन पर काबू पा लिया और यातायात सामान्य रूप से चलता रहा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण और मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम की अगुआई में माणिकराव ठाकरे, नसीम खान जैसे कई नेताओं और सैकड़ो पार्टी कार्यकर्ताओं ने अंधेरी इलाके में प्रदर्शन किया। इस दौरान रेल रोकने की भी कोशिश की गई। लेकिन पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसी नेताओं को हिरासत में ले लिया। सभी को डीएन नगर पुलिस स्टेशन में करीब तीन घंटे बिठाए रखने के बाद छोड़ा गया। विपक्षी दलों के कार्यकर्ता बैनर और तख्तियां लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए। बंद के दौरान कई इलाकों में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद नजर आए। कांग्रेस ने दावा किया कि उसने शिवसेना के गढ़ दादर में भी सफल बंद आयोजित किया हालांकि दादर इलाके में सोमवार को दुकाने सामान्य तौर पर बंद रहतीं हैं। मनसे कार्यकर्ताओं ने भी मुंबई, ठाणे, पालघर जैसे इलाकों में उग्र प्रदर्शन किया। बंद के दौरान मुंबई में बेस्ट की 14 बसों में तोड़फोड़ की गई। मध्य मुंबई और चेंबूर इलाकों में ज्यादातर बसें प्रदर्शनकारियों का निशाना बनीं। मुंबई पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी मंजूनाथ सिंगे ने बताया कि बंद के दौरान महानगर में 882 लोगों को हिरासत में लिया गया था जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। इसके अलावा तोड़फोड़ के आरोप में विभिन्न पुलिस स्टेशनों में 8 एफआईआर दर्ज की गई है और 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

लोगों की नाराजगी के चलते बंद सफल-आजमी

समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने दावा किया कि गोवंडी, शिवाजीनगर समेत पार्टी के प्रभाव क्षेत्र वाले इलाकों में बंद बेहद सफल रहा। उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ लोगों में काफी आक्रोश है इसीलिए उन्होंने बंद में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। कोलाबा इलाके में आजमी की अगुआई में पार्टी कार्यकर्ताओं ने एक रैली निकाली और तेल की कीमतों पर नाराजगी जताते हुए विरोध प्रदर्शन किया।

भारत बंद के साथ रहा नागपुर

इधर नागपुर में बंद को भरपूर समर्थन मिला। निर्धारित समय पर दुकानें बंद रही। जगह जगह पर प्रदर्शन हुए। इस बीच गुटों में बंटी कांग्रेस ने भी एकता का प्रदर्शन दिखा। कांग्रेस नेताओं ने मिलजुलकर विभिन्न क्षेत्रों में घूमकर दुकानें बंद कराईं। पेट्रोल पंप भी बंद रहे। लिहाजा लोगों को पेट्रोल के लिए परेशान होना पड़ा। शाम तक माहौल सामान्य हो गया। कांग्रेस के आव्हान पर सोमवार को भारत बंद का प्रदर्शन किया गया। बंद को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं के दल को 16 भागों में बांट रखा था। रैली निकाली गई। कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री विलास मुत्तेमवार और अनुसूचित जाति सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.नितीन राऊत प्रमुखता से बंद प्रदर्शन में शामिल थे। राकांपा की ओर विधानपरिषद सदस्य प्रकाश गजभिये, मनपा में गटनेता दुनेश्वर पेठे प्रमुखता से शामिल थे। मुत्तेमवार व राऊत कांग्रेस में अलग अलग गुट के नेता माने जाते हैं। इस प्रदर्शन के दौरान वे साथ थे। कांग्रेस के इन वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में सबसे पहले रामनगर क्षेत्र में बाजार बंद कराने का आव्हान किया गया। रामनगर क्षेत्र में केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी का आवास भी है। गोकुलपेठ, शंकरनगर व अन्य क्षेत्रों के बाद सीताबर्डी, महल क्षेत्र में भी बंद के आव्हान के साथ रैली निकाली गई। सुबह 9 बजे से 3 बजे तक शहर बंद रहा। विधायक सुनील केदार, पूर्व सांसद गेव आवारी, पूर्व विधायक अशोक धवड, कांग्रेस सेवादल के पदाधिकारी कृष्णकुमार पांडेय, कांग्रेस के शहर अध्यक्ष विकास ठाकरे, जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजेंद्र मुलक के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता बंद प्रदर्शन में शामिल थे। 
 

Created On :   10 Sep 2018 2:57 PM GMT

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