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24 घंटे में दूसरे युवक ने भी तोड़ा दम, एक और उम्मीदवार हुआ बीमार
डिजिटल डेस्क जबलपुर। पुलिस आरक्षक भर्ती के फिजिकल टेस्ट के दौरान मंगलवार सुबह 8 सौ मीटर की दौड़ पूरी करने के बाद बीमार पड़े बालाघाट के इंद्र कुमार लिल्हारे की भी गुरुवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। इससे पहले बुधवार सुबह िसवनी के 22 वर्षीय नरेन्द्र कुमार की भी अचानक तबियत िबगडऩे के बाद मौत हुई थी। पिछले 24 घंटे के भीतर दो उम्मीदवारों की मौत के बाद प्रदेश सरकार ने 6 हजार पुलिस आरक्षकों की भर्ती के लिए जबलपुर समेत इंदौर, भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर, सागर जिलों में चल रही शारीरिक परीक्षा 2 जून तक के लिए टाल दी है। भोपाल में प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रेसवार्ता करके 2 जून तक फिजिकल टेस्ट रद्द करने की जानकारी भी दी है।
साँस लेने में तकलीफ, बेहोश हुआ शिवम
गुरुवार की सुबह एक और उम्मीदवार बरेला निवासी 25 वर्षीय शिवम सेन की ग्राउंड में अचानक तबियत िबगड़ गई, साँस में तकलीफ होने के बाद शिवम बेहोश हो गया था, जिसे िजला िचकित्सालय िवक्टोरिया के आईसीसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है। शारीरिक परीक्षा रद्द होने के बाद उम्मीदवारों में मायूसी का माहौल भी देखा गया, लेकिन अब इस अवधि के उम्मीदवारों का िफजिकल टेस्ट 6 जून के बाद लिया जाएगा।
बालाघाट का इंद्र कुमार भी हो गया था अचेत
उल्लेखनीय है िक मंगलवार शाम बालाघाट निवासी 29 वर्षीय इंद्र कुमार लिल्हारे शाम की पाली में 800 मीटर की दौड़ पूरी करने के बाद अचानक बीमार हो गया था। दरअसल दौड़ पूरी होते ही इंद्र ने जैसे ही पानी िपया उसके नाक-कान से खून निकलने के बाद साँस लेने में तकलीफ हुई थी, िजसके बाद वह बेहोश होकर िगर गया था। इंद्र को तत्काल िनजी अस्पताल पहुँचाया गया था, लेकिन गुरुवार की सुबह करीब 5 बजे उसकी मौत हो गई। इसी तरह बुधवार को िसवनी निवासी नरेन्द्र कुमार गौतम की भी 8 सौ मीटर की दौड़ पूरी करने के बाद तबियत िबगड़ी और मौत हो गई थी।
परिवार का था इकलौता सहारा
बालाघाट में पंचायत सचिव भेड़ूलाल िलल्हारे का बेटा इंद्रकुमार अपने परिवार का इकलौता सहारा था, उसने भोपाल से बीई की पढ़ाई की थी। इंजीनियरिंग की नौकरी न िमलने के बाद वह आरक्षक भर्ती में शामिल हुआ था। पुलिस की सूचना पर भेड़ूलाल और उनकी पत्नी अपने भतीजे यशवंत के साथ जबलपुर आई थीं लेकिन बेटे की मौत के बाद दोनों गहरे सदमे में रहे। इंद्र के चचेरे भाई यशवंत ने बताया िक जबलपुर हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उन्हें बताया िक इंद्र की किडनी काम नहीं कर रही थी। उसके शरीर में एसिड और शुगर की मात्रा बढ़ गई थी और यूरिन नहीं बन रहा था। यशवंत के अनुसार कोरोना की दूसरी लहर में इंद्र संक्रमित हुआ था, जिसके बाद उसे काफी कमजोरी रहती थी। पीएम के बाद परिजन इंद्र का शव लेकर बालाघाट रवाना हो गए।
Created On :   12 May 2022 11:17 PM IST