8 दिन के अंदर टीका लगने से एक और बच्चे की मौत, स्वास्थ्य विभाग ने बनाई टीम, मौके पर पहुंचे CMHO

In 8 days, again a kid died in 14 hours after got vaccination
8 दिन के अंदर टीका लगने से एक और बच्चे की मौत, स्वास्थ्य विभाग ने बनाई टीम, मौके पर पहुंचे CMHO
8 दिन के अंदर टीका लगने से एक और बच्चे की मौत, स्वास्थ्य विभाग ने बनाई टीम, मौके पर पहुंचे CMHO

डिजिटल डेस्क, सतना। आंगनबाड़ी केन्द्र में पेंटावेलेंट टीका लगने के 14 घंटे के अंदर मासूम की मौत हो गई। परिजन ने आरोप लगाया है कि टीकाकरण के बाद रात में बच्चे की तबियत बिगड़ गई थी। मासूम के मौत की खबर लगते ही अधिकारियों की सांस फूल गई। आनन-फानन जिला एवं ब्लॉक से अलग-अलग टीमें घटनास्थल पर भेजी गईं। DIO डॉ. सत्येन्द्र सिंह के साथ अमरपाटन से शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ.आरके मिश्रा, बीपीएम केबी नामदेव ने एक-एक बिन्दु पर बारीकी से जांच की।

उधर परिजनों ने रामपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद रामपुर सीएचसी में मासूम का डॉक्टरों की टीम से पोस्टमार्टम कराया गया। टीम में DIO डॉ. सत्येन्द्र सिंह, डॉ. चरण सिंह और डॉ. आरके मिश्रा शामिल थे। उल्लेखनीय है कि 10 जुलाई को जिला अस्पताल के नैदानिक केन्द्र में टीका लगने के 24 घंटे के अंदर बदेरा निवासी अदीब दाहिया के नवजात बेटे की भी मौत हो गई थी। इस मामले में भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच कराई गई थी। यह बात दीगर है कि जांच में अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला। 

ये है घटनाक्रम
अमरपाटन ब्लॉक अंतर्गत पगरा निवासी अनिलेश कोरी के मुताबिक 17 जुलाई को पगरा गांव स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 66 में टीकाकरण सत्र चल रहा था। दोपहर 12 बजे वह अपने साढ़े 4 माह के मासूम अमन को टीकाकरण करवाने ले गया। एएनएम मंजू वर्मा ने पेंटावैलेन्ट, एचआईपीबी, एसबी का टीका लगाया और पोलियो पिलाकर बगैर कोई दवाई दिए घर भेज दिया। परिजन के मुताबिक घर आते ही बच्चे की तबियत बिगड़ गई थी। 17 जुलाई को ही इसी आंगनबाड़ी केन्द्र में 13 अन्य बच्चों का भी टीकाकरण किया गया था। 

स्वास्थ्य विभाग की दलील
DIO डॉ. सत्येन्द्र सिंह के मुताबिक बच्चे की मां ने बताया कि मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात तकरीबन 1 बजे अमन को दूध पिलाया। रात 3 बजे जब मां ने देखा तो बच्चे के मुंह से झाग निकल रहा था।DIO के मुताबिक बच्चे को बिस्तर में लेटाकर दूध पिलाने की वजह से संभवत. ठस्का लगा और दूध श्वास नली होते हुए फेफड़े तक पहुंच गया। बच्चे को उठाकर थपकी नहीं दी गई, जिससे उसकी सांस रुक गई। टीम को मौत की सच्चाई जानने के लिए पीएम रिपोर्ट का इंतजार है।

इनका कहना है
मैने खुद पीड़ित परिवार के घर जाकर मामले की जांच की है, साथ ही टीम बनाकर जांच कराई जा रही है। अगर स्टाफ की लापरवाही सामने आएगी तो सख्त कार्यवाही की जाएगी। 
डॉ. अशोक अवधिया, सीएमएचओ

Created On :   19 July 2018 1:39 PM IST

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