खुलासा : नए साल के जश्न में पी गए 2 करोड़ रुपए की शराब

in a new year celebration peoples drunken liquor of worth 2 crore
खुलासा : नए साल के जश्न में पी गए 2 करोड़ रुपए की शराब
खुलासा : नए साल के जश्न में पी गए 2 करोड़ रुपए की शराब

डिजिटल डेस्क जबलपुर। वर्ष 2017 को बिदाई देते हुए साल के आखिरी दिन शहर में रोज की तुलना में दोगुनी शराब की बिक्री हुई। आम तौर पर शराब की जो खपत शहर में होती है, उससे कहीं ज्यादा स्पिरिट (शराब) 31 दिसम्बर को बिकी। पता चला है कि रविवार को शहर में नए वर्ष का उत्सव मनाने के लिए होटलों से लेकर रेस्टोरेंट और क्लबों में पार्टियां आयोजित की गई। इस दौरान अधिकृ़त बियर बारों और वाईन शॉप्स के साथ ही अकास्मिक लायसेंस पर लगभग एक लाख पेटी शराब बिकी। बता दें कि यह आंकड़ा केवल विदेशी मदिरा है। देशी मदिरा की कितनी बिक्री हुई है इसका आंकलन सोमवार तक आबकारी विभाग भी नहीं लगा पाया था।
जानकारों के अनुसार, एक लाख पेटी की बिक्री यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर में लगभग नौ लाख लीटर स्पिरिट की खपत हुई है। नए साल पर इतनी बड़ी मात्रा में शराब बिक्री का शायद यह पहला ही मौका है। इस बीच एक दिन में जिस हिसाब से शराब बिकी है, उससे करीब दो करोड़ रुपए से ज्यादा के व्यापार होने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि, बिक्री का यह आकंड़ा अभी स्पष्ट नहीं है। फिर भी आबकारी विभाग के सूत्रों की माने तो अब तक एक दिन में हुई बिक्री का यह एक प्रकार से रिकॉर्ड है। बताया जाता है कि आम दिनों में शहर में पचास हजार से भी कम पेटी शराब की खपत हो पाती है। हालांकि, नए साल पर शराब तो खूब बिकी, लेकिन ड्रिकं एण्ड ड्राईव के मामले नाम मात्र के ही दर्ज हो पाए हैं। जानकार कहते हैं कि जब इतनी बड़ी मात्रा में शराब खपी है तो यह जाहिर सी बात है कि अधिकांश लोगों ने इसका सेवन होटल, बार, रेस्टोरेंट में ही किया होगा। यह भी समझा जा सकता है कि शराब का सेवन कर ज्यादातर लोग अपने वाहन स्वयं चलाकर गए होंगे। फिर भी ड्रिंक एण्ड ड्राईव के मामले कायम नहीं हो सके, जो अपने आप में आश्चर्यजनक है। जबकि पुलिस ने नए वर्ष के जश्न के मद्देनजर शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर कड़ी चैकिंग लगाई थी। जानकारों की माने तो पर्याप्त मात्रा में ब्रीथ एनालाईजर न होने के कारण पुलिस मामले दर्ज नहीं कर सकी।
कार्रवाई के डर से नहीं हो सकी अवैध बिक्री-
इस वर्ष आबकारी विभाग ने नए वर्ष के पूर्व ही अवैध शराब के व्यापार पर शिंकजा कसना शुरु कर दिया था। जानकारों की माने तो यही वजह रही कि इस वर्ष हर साल की तरह अवैध बिक्री पर बहुत हद तक अंकुश लगाया जा सका। उधर, सूत्रों का कहना है कि अवैध तरीके से शराब की बिक्री तो हुई है, लेकिन फिलहाल इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता, कि कितनी मात्रा में स्पिरिट बिकी।
बढ़ रहा शराब का प्रचलन-
शराब की रिकॉर्ड खपत इस बात को ओर इशारा कर रही है कि नए साल के जश्न में शराब के सेवन का प्रचलन बढ रहा है। यह बात इससे भी स्पष्ट होती है कि इस वर्ष शहर में 51 आकस्मिक लायसेंस जारी किए गए थे, जिससे आबकारी विभाग को साढे चार लाख रुपए से ज्यादा के राजस्व की प्राप्ति हुई है। जानकारों की कहना है कि शराब का बढ़ता चलन यह दर्शाता है कि न्यू इयर पर यह एक ट्रेंड बनता जा रहा है, जहां शराब सेवन आम बात माना जाने लगा है।
लगभग दोगुनी बिकी शराब
शहर में नए साल के मौके पर आम दिनों की तुलना में शराब की बिक्री लगभग दो गुना बढ़ी है। इससे शहर में करीब दो करोड़ रुपए का व्यापार होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।- एसएन दुबे, सहायक आयुक्त, आबकारी विभाग

 

Created On :   2 Jan 2018 1:15 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story