सतना में नगर निगम ने शुरू की आवारा पशुओं की धरपकड़

In Satna, the municipal corporation started the cattle
सतना में नगर निगम ने शुरू की आवारा पशुओं की धरपकड़
सतना में नगर निगम ने शुरू की आवारा पशुओं की धरपकड़

डिजिटल डेस्क,सतना। शहर में आवारा पशुओं की धरपकड़ के लिए शुरू की गई नगर निगम की कार्रवाई दूसरे दिन भी जारी रही। दो दिन में निगम ने 25 से ज्यादा आवारा पशुओं को पकड़ा। पकड़े जा रहे मवेशियों को ललिताम्बा पीठाधीश्वर आचार्य श्री जयराम महाराज रमपुरवा धाम उचेहरा के बनवाए गए गो अभ्यारण्य में भेजा गया है। 

अतिक्रमण प्रभारी रमाकांत शुक्ला के साथ अतिक्रमण दस्ते के अन्य कर्मचारी शहर के विभिन्न क्षेत्रों में आवारा मवेशियों को पकड़ने की कार्रवाई कर रहे हैं। गोवंशनगर निगम के अतिक्रमण प्रभारी के मुताबिक जितने भी आवारा पशु पकड़ कर शहर से बाहर किए गए, वह सभी गोवंशीय हैं। इनमें ज्यादातर बूढ़ी-बीमार गाय, बैल, बछड़े हैं। जबकि अन्य प्रजाति के आवारा पशुओं को नगर निगम का अतिक्रमण दस्ता नहीं पकड़ रहा है। जिन्हें संवेदनशील पशुपालक  शहर में छोड़कर हादसों में मरने और यातायात व्यवस्था बिगाड़ने के लिए छोड़ देते हैं। आवारा पशु शहर के हर सड़क-चौराहे और सरकारी भवनों के परिसर तक नासूर बने हुए हैं।  ऐसे पशुपालकों की कोई कमी नहीं जो गायों को सिर्फ दुहने के लिए सुबह-शाम खूंटे में बांधते हैं। इसके बाद डंडे मारकर खाली पेट अपने घरों से शहर में छोड़ देते हैं। नगरीय प्रशासन ने ऐसे पशुपालकों के लिए खिलाफ अर्थदण्ड एवं अन्य वैधानिक कार्रवाई का प्रावाधान बना रखा है, जो अपने मवेशियों को ऐसे छोड़ देते हैं, लेकिन नगर निगम प्रशासन ने कभी भी किसी पशु पालक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

नगर निगम अतिक्रमण अधिकारी रमाकांत शुक्ला का कहना है कि शहर में अब एक भी आवारा पशु नहीं रहने दिया जाएगा। आयुक्त के निर्देशानुसार यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अब पशुओं को आवारा छोड़ने वाले पशु पालकों की भी शिनाख्त करके उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

 
 

Created On :   5 Aug 2017 5:37 AM GMT

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