खेलैया नृत्य में पार्टिसिपेंट्स मिला रहे ताल से ताल

दैनिक भास्कर गरबा वर्कशॉप 2022 में अभ्यास कर रहे युवा खेलैया नृत्य में पार्टिसिपेंट्स मिला रहे ताल से ताल

डिजिटल डेस्क जबलपुर। जहाँ एक ओर प्रतिभागी ढोल की थाप पर कदम थिरका रहे हैं, तो वहीं लगातार प्रैक्टिस कर प्रशिक्षणार्थी गरबा के कल्चरल स्टेप्स में परफेक्ट भी हो रहे हैं। कुछ ऐसा ही नजारा सिविक सेंटर स्थित दैनिक भास्कर कार्यालय में जारी दैनिक भास्कर गरबा वर्कशॉप 2022 में देखने मिल रहा है। जहाँ सभी उमंग और उत्साह से वर्कशॉप का हिस्सा बन रहे हैं। किड्स हों या सीनियर सिटीजन, हर एज ग्रुप के पार्टिसिपेंट्स ताल से ताल मिलाकर अभ्यास कर रहे हैं।
सीख रहे गुजराती स्टाइल गरबा
दो ताली यानी डोडिया स्टाइल। गरबा प्रशिक्षण में इस बार ये स्टाइल खास है, जिसमें अलग-अलग स्टेप्स शामिल हैं। कार्यशाला में स्टेप 1, स्टेप 2, स्टेप 3 के बाद स्टेप 4 खेलैया नृत्य का प्रशिक्षण दिया गया। गुजरात के प्रसिद्ध रंग मिलन ग्रुप के कलाकार प्रशिक्षण दे रहे हैं। प्रशिक्षक जतिन शिकारी ने बताया कि अब तक ढोल पर गरबा के स्टेप्स सिखाए हैं। आज से गुजराती गीत पर गरबा की ट्रेेनिंग दी जाएगी। साथ ही दो ताली के बाद तीन ताली गरबा की रिहर्सल शुरु होगी।
फैमिली मेंबर्स के संग पहुँचे
कोई अपनी माँ के साथ, तो कोई सिस्टर के साथ प्रशिक्षण ले रहा है। वहीं कुछ प्रतिभागी ऐसे भी हैं, जिनकी तीन जनरेशन एक साथ गरबा खेलने को तैयार है। प्रतिभागियों ने बताया कि फैमिली मेंबर्स और फ्रेंड्स के साथ गरबा महोत्सव का हिस्सा बनने प्रशिक्षण के लिए पहुँच रहे हैं।
मेरा यह पहला अनुभव
मैं पहली बार गरबा में पार्ट ले रहा हूँ। यह बिलकुल नया अनुभव है। गरबा बहुत एनर्जेटिक डांस है। प्रशिक्षक यूनिक स्टेप्स को आसान तरीके से सिखा रहे हैं, जिससे सीखने में हेल्प मिल रही है।
साकेत , प्रशिक्षणार्थी
हर दिन कुछ नया
तीन दिनों में हमने हर क्लास में कुछ नया सीखा है। क्लास में सीखने के बाद घर में भी इसकी प्रैक्टिस करता हूँ, ताकि अगले दिन वर्कशॉप में बैचमेट्स के साथ ताल से ताल मिला सकूँ।
समर्थ, प्रशिक्षणार्थी
बिजी शेड्यूल से निकाला समय
गरबा खेलना मुझे बहुत पसंद है। इसलिए अपने बिजी शेड्यूल से समय निकालकर प्रशिक्षण के लिए पहुँच रही हूँ। मैं भी नवरात्रि में गरबा खेलकर माँ जगदम्बे की आराधना करूँगी।
रीना प्रसाद, प्रशिक्षणार्थी  
कई वर्षों का है साथ
मैं पिछले 10 वर्षों से अधिक समय से दैनिक भास्कर गरबा का हिस्सा बन रहा हूँ। मुझे इस वर्ष गरबा का बेसब्री से इंतजार था। भास्कर गरबा के बिना नवरात्रि की रौनक अधूरी सी लगती है।
रमेश पुरुसवानी, प्रशिक्षणाार्थी  

 

Created On :   13 Sept 2022 9:26 PM IST

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