नर्मदा महोत्सव में सुर-ताल के साथ रास-रंग से सजी महफिल

In the Narmada Festival, a gathering decorated with Ras-Rang with melody
नर्मदा महोत्सव में सुर-ताल के साथ रास-रंग से सजी महफिल
भरत नाट्यम, कालबेलिया और लावणी नृत्य रहा पहले दिन का आकर्षण, केन्द्रीय संस्कृति राज्य मंत्री ने दिया भेड़ाघाट में पर्यट नर्मदा महोत्सव में सुर-ताल के साथ रास-रंग से सजी महफिल

डिजिटल डेस्क जबलपुर। श्वेत धवल संगमरमरी चट्टानों के बीच माँ नर्मदा की अथाह जलराशि को समेटे भेड़ाघाट में दो दिवसीय नर्मदा महोत्सव का आज शानदार आगाज हुआ। सुर-ताल और रास-रंग से सजी नर्मदा महोत्सव की आज की महफिल का मुख्य आकर्षण प्रख्यात नृत्यांगना पद्म विभूषण एवं राज्य सभा सदस्य डॉ सोनल मान सिंह का भरत नाट्यम एवं उनके समूह द्वारा शास्त्रीय शैली में प्रस्तुत संकल्प से सिद्धि नृत्य रहा।
धुआंधार जलप्रपात की वजह से विश्व के पर्यटक मानचित्र पर अपनी अलग पहचान बना चुके भेड़ाघाट में खास शरद पूर्णिमा के अवसर पर नर्मदा महोत्सव के आयोजन का यह लगातार अठारहवाँ वर्ष है। महोत्सव का शुभारंभ परम्परा के मुताबिक जीवनदायनी माँ नर्मदा के पूजन से हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्य राज्य मंत्री  अर्जुन राम मेघवाल थे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद   राकेश सिंह ने की। इस अवसर पर मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री विनोद गोटिया, बरगी विधायक संजय यादव, नगर पंचायत भेड़ाघाट के अध्यक्ष  चतुर सिंह, कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा, नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष   अनिल तिवारी भी उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि केंद्र शासन के संस्कृति एवं संसदीय कार्य राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने  अपने उद्बोधन में संस्कारधानी के नाम से पहचाने जाने वाले नर्मदा किनारे बसे जबलपुर को सँस्कृति और पंरपराओं का शहर बताया। उन्होंने कहा कि जिस तरह माँ नर्मदा के प्रति लोंगो में आस्था बढ़ रही है नर्मदा महोत्सव को भी और भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए केन्द्र शासन के संस्कृति मंत्रालय द्वारा जरूरी पहल की जाएगी तथा इसे विशिष्ट पहचान दिलाने के लिए सार्थक प्रयास किये जायेंगे।   
जबलपुर पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद द्वारा संस्कृति विभाग, पर्यटन विकास निगम, जिला प्रशासन, जिला पंचायत, नगर निगम जबलपुर और भेड़ाघाट नगर पंचायत के सहयोग से धुआंधार के समीप बने मुक्ताकाशीय मंच पर आयोजित नर्मदा महोत्सव के पहले दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत स्वरागिनी सांस्कृतिक कला केन्द्र जबलपुर की सुश्री मेघा पांडे एवं उनकी सहयोगियों द्वारा दुर्गा स्तुति पर नृत्य की प्रस्तुति से हुई। इसके बाद संगीत नाटक अकादमी की ओर से बाड़मेर राजस्थान के श्री दीन मोहम्मद एवं उनके साथियों द्वारा राजस्थानी लोक संगीत लांगा एवं मांगलिया तथा कालबेलिया नृत्य की प्रस्तुति दी गई। दक्षिण मध्य सांस्कृतिक केंद्र की ओर से रायगढ़ महाराष्ट्र की श्रीमती निभा जेमसे और उनके समूह द्वारा प्रस्तुत कोली और लावणी नृत्य को भी काफी पसंद किया गया।
नर्मदा महोत्सव में आज
नर्मदा महोत्सव के दूसरे दिन रविवार 9 अक्टूबर को शाम 7 बजे नर्मदा पूजन, अतिथियों के स्वागत व दीप प्रज्जवलन के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रारंभ होंगे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद श्री राकेश सिंह होंगे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री विनोद गोटिया करेंगे।
नर्मदा महोत्सव के दूसरे और समापन दिवस के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की पहली प्रस्तुति नव नृत्यांजलि डांस एकेडमी जबलपुर की ओर से श्रीमती भैरवी विश्वरूप एवं उनके समूह द्वारा लव कुश की रामायण पर नृत्य नाटिका प्रस्तुत की जायेगी। इसके बाद शाम 7.30 बजे संगीत नाटक अकादमी की ओर से श्री प्रदीप एवं उनके दल द्वारा हरियाणा का फागन नृत्य प्रस्तुत किया जायेगा। दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर की ओर से रंगारेड्डी तेलंगाना के श्री चन्द्रादु एवं उनका समूह रात 8 बजे प्रसिद्ध माधुरी लंबाडी नृत्य की प्रस्तुति देगा। रात 8.15 बजे से पदम  अनवर खान, राजस्थान का गायन होगा और रात 10 बजे से मुंबई के   चरणजीत सिंह सौंधी द्वारा भजन प्रस्तुत किये जायेंगे।

Created On :   8 Oct 2022 11:38 PM IST

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