ओपन बुक एग्जाम में न प्रश्न-पत्र पर खर्च, न कॉपियों पर... फिर क्यों ली जा रही परीक्षा फीस

In the open book exam, no expenditure on question papers, nor on copies ... why fees
ओपन बुक एग्जाम में न प्रश्न-पत्र पर खर्च, न कॉपियों पर... फिर क्यों ली जा रही परीक्षा फीस
ओपन बुक एग्जाम में न प्रश्न-पत्र पर खर्च, न कॉपियों पर... फिर क्यों ली जा रही परीक्षा फीस

 विद्यार्थियों का तर्क कि हम पहले ही जमा कर चुके हैं शैक्षणिक शुल्क
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
जून-जुलाई माह में विश्वविद्यालय सहित कॉलेजों में ओपन बुक एग्जाम होने हैं। एग्जाम में कॉपियों का इंतजाम खुद ही विद्यार्थियों को करना होगा, प्रश्न-पत्र विश्वविद्यालय और कॉलेज की वेबसाइट पर डाल दिए जाएँगे। फिर  विद्यार्थियों से परीक्षा शुल्क किस बात का  लिया जा रहा है। इधर विद्यार्थियों का कहना है कि इस कोरोना काल में उनके परिवार व जीविका पर संकट आ गया है ऐसे में वे परीक्षा शुल्क कैसे जमा कर पाएँगे। जिन विद्यार्थियों ने विवि में शुल्क जमा कर दिया है वे उसे अगली परीक्षा में समायोजित करने की गुहार लगा रहे हैं। बता दें कि अक्टूबर 2020 से कॉलेजों में ऑनलाइन कक्षाएँ शुरू हुई थीं। जनवरी में भौतिक रूप से उपस्थित होकर विद्यार्थियों की कक्षाएँ लगनी शुरू हुई थीं जिस पर मार्च माह के अंत में पुन: ब्रेक लग गया था। कक्षाओं के लिए विद्यार्थियों से शैक्षणिक शुल्क जमा कराया गया था, जो शासकीय कॉलेजों में 3 हजार से 4 हजार और निजी कॉलेजों में 12 हजार तक सालाना प्रति छात्र वसूला जा चुका है। उसके बाद परीक्षा शुल्क माँगना विद्यार्थियों को न्याय संगत नहीं लग रहा है। 
क्या बोले विद्यार्थी 
*जब शैक्षणिक शुल्क वसूला जा चुका है फिर क्यों परीक्षा फीस ले रहे हैं 
रोहित विश्वकर्मा, छात्र 
*ओपन बुक एग्जाम में विवि का खर्च कुछ नहीं होगा, ऐसे में परीक्षा फीस माफ करनी  चाहिए। 
अनुपम राठौर, छात्र 
* परीक्षा शुल्क लेने का निर्णय शासन स्तर पर लिया गया है।
प्रो कपिल देव मिश्र, कुलपति 
 

Created On :   20 May 2021 4:25 PM IST

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