इसी जोश में थम सकेगा वायरस का कहर 67000 लोगों ने लगवाया सुरक्षा का टीका

In this spirit, the viruss havoc will be stopped, 67000 people got the vaccine for safety
इसी जोश में थम सकेगा वायरस का कहर 67000 लोगों ने लगवाया सुरक्षा का टीका
इसी जोश में थम सकेगा वायरस का कहर 67000 लोगों ने लगवाया सुरक्षा का टीका

डिजिटल डेस्क जबलपुर । वैक्सीनेशन के महाभियान में बुधवार को 60 हजार के करीब जो टारगेट निर्धारित किया गया था, उसकी एवज में 67 हजार लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई। जिले के 303 केन्द्रों में सुबह से लेकर शाम तक अलग-अलग तरह के नजारे भी इस दौरान देखने मिले। कहीं कुछ घंटे में वैक्सीन का डोज खत्म हो गया तो लोगों को निराश लौटना पड़ा तो कुछ सेंटरों में लंबी कतारें रहीं तो कहीं केन्द्र खाली भी दिखे। अभियान में राजनीतिक पार्टियों और कार्यकर्ताओं के जुडऩे से सेंटरों में मतदान केन्द्रों जैसी स्थिति भी देखने मिली। वैक्सीन को लेकर कुल मिलाकर जो उत्साह नजर आया वह दर्शा रहा है कि इसी तरीके से यदि वैक्सीनेशन में लोग जुड़े तो इस वायरस से जंग आसान हो सकती है।   
बत्ती गुल रजिस्ट्रेशन थमा
दोपहर के वक्त गढ़ा, अधारताल आदि क्षेत्रों के कई  सेंटरों में बत्ती गुल हो गई। कतारों में खड़े लोगों को इसकी वजह से कुछ परेशानी हुई। जो टीका लगवाने के पहले रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया है वह थम गई। कम्प्यूटर बंद हो गए और इस दौरान सामान्य काम-काज टीकाकरण की प्रक्रिया के दौरान होते हैं वे भी थमे रहे। कुछ देर बाद जब विद्युत सप्लाई सामान्य हुई  तो टीकाकरण आगे बढ़ सका। 
कहीं लंबी कतारें तो कुछ केन्द्र खाली भी रहे 6 वैक्सीनेशन के लिए कुछ केन्द्रों में ये हालात रहे कि वैक्सीनेशन के जो निर्धारित डोज थे उनको लगवाने के लिए लोग नहीं पहुँचे। अनेक केन्द्र इस दौरान खाली रहे वहीं दर्जनों केन्द्र ऐसे भी रहे, जिनमें सुबह से लेकर दोपहर तक अच्छी खासी कतार में लोग खड़े रहे और अपनी बारी आने का इंतजार करते रहे। 
कार्यकर्ताओं ने दी घर-घर दस्तक 
 लोगों को टीका लगवाने के लिए मतदान करने की  तर्ज पर राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता घर-घर भी पहुँचे और लोगों को  निकालकर टीके लगवाए। स्थानीय निकाय के चुनाव में जिन उम्मीदवारों को अपनी किस्मत आजमानी है उन्होंने इस टीकाकरण अभियान को एक अवसर के रूप में लिया है। घर-घर जाकर कहा जा रहा है कि केन्द्र तक टीके लगवाने के लिए आएँ। इस अपील का हालाँकि असर भी हो रहा है। वैक्सीन का प्रतिशत बढऩे की यह भी एक बड़ी वजह है। 
 

Created On :   24 Jun 2021 2:13 PM IST

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