बढ़ा दाम, आपूर्ति थमी, सैनिटरी पैड योजना बंद

डिजिटल डेस्क, नागपुर. केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देशों के आधार पर महानगरपालिका प्रशासन ने स्कूली छात्रों को सैनिटरी पैड आपूर्ति की योजना बनाई है। स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत समाज कल्याण विभाग से इसके लिए 2.48 लाख रुपए की निधि भी मंजूर कर दी गई। शहर की निजी एजेंसी पुअर पिपल्स संस्था को 2 लाख 55 हजार सैनिटरी पैड 1 रुपए दाम के हिसाब से प्रधानमंत्री जनऔषधि योजना में आपूर्ति करने की जिम्मेदारी दी गई थी। एजेंसी ने पहले चरण में 70 हजार सैनिटरी पैड की आपूर्ति भी कर दी, लेकिन अब अचानक दाम में इजाफा होने के चलते दिल्ली से आपूर्ति बंद कर दी गई है।
असमंजस की स्थिति
ऐसे में पैड को लेकर अब एजेंसी के साथ ही मनपा का शिक्षा विभाग भी असमंजस में आ गया है। एक बार फिर से छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर शिक्षा विभाग के अधिकारियों की ओर से कोरोना संक्रमण के चलते छात्राओं के स्कूल नहीं आने का तर्क दिया जा रहा है। शिक्षणाधिकारी के मुताबिक स्कूल में छात्राओं के नहीं पहुंच पाने से पैड वितरण बंद कर दिया गया है।
योजना खटाई में : उपराजधानी में महानगरपालिका प्रशासन ने 103 प्राथमिक और 29 माध्यमिक स्कूल और जूनियर कालेज की छात्राओं के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा योजना खटाई में पड़ गई है। इस योजना में कक्षा 7 वीं से 12 वीं तक की 3574 छात्राओं को सालभर के लिए 60 सैनिटरी पैड मुहैया कराना था। मनपा ने निजी एजेंसी को 1 रुपए प्रति पैड आपूर्ति करने की जिम्मेदारी दी थी, लेकिन अब सैनिटरी पैड के निर्माण सामग्री में महंगाई से योजना बंद हो गई है। आपूर्तिकर्ता एजेंसी के मुताबिक प्रति पैड की लागत अब 1.50 रुपए हो जाने से आपूर्ति नहीं हो रही है। दिल्ली स्थित भंडार से आपूर्ति नहीं होने से मनपा स्कूलों तक सैनिटरी पैड नहीं पहुंच पा रही है।
2.48 लाख का बजट : प्रशासन ने इस योजना में 2.48 लाख रुपए की निधि काे मंजूर किया है। केन्द्र सरकार, मनपा प्रशासन और एजेंसी के बीच अनुबंध हुआ है। प्रति पैड 1 रुपए की दर पर करीब 3574 छात्राओं को 2,14,440 रुपए और परिवहन समेत 2.48 लाख रुपए खर्च हो रहे हैं। हालांकि अब केन्द्र सरकार से आपूर्ति नहीं होने से योजना को स्थगित करने की नौबत आ गई है
कोरोना के चलते योजना बंद
राजेन्द्र पुसेकर, शिक्षणाधिकारी, शिक्षा विभाग, महानगरपालिका के मुताबिक कोरोना संक्रमण के चलते छात्राएं स्कूल में नहीं आ रही हैं, ऐसे में सैनिटरी पैड की आपूर्ति बंद कर दी गई है। निजी संस्था को आपूर्ति की जिम्मेदारी दी गई थी, चूंकि मैने हाल ही में पदभर संभाला है, तो पूरी जानकारी लेता हूं।
Created On :   9 Feb 2023 6:04 PM IST