घायल बंदर घर में किचन के अंदर, उत्पात मचाकर एक बच्ची को भी काटा

Inside the kitchen in the injured monkey house, a girl was also bitten by the uproar
घायल बंदर घर में किचन के अंदर, उत्पात मचाकर एक बच्ची को भी काटा
घायल बंदर घर में किचन के अंदर, उत्पात मचाकर एक बच्ची को भी काटा

उत्पाती बंदरों से बड़ी आबादी हलाकान, पहाड़ से उतरकर बस्ती में परेशान कर रहे लोगों को
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
मदन महल और देवताल की पहाडिय़ों से बस्ती और कॉलोनियों तक आ पहुँचे बंदर अब लोगों के लिए अच्छी खासी मुसीबत पैदा कर रहे हैं। सालों से यह क्रम थम नहीं रहा है। शाहीनाका इलाके में आमतौर पर बंदरों की टोली उतनी अधिक सक्रिय नहीं रहती है लेकिन बीते दिन ऋषभ महेरे के निवास में एक उत्पाती घायल बंदर घर के किचन में घुस गया। इस बंदर को निकालने के लिए परिवारजनों को अच्छी खासी मशक्कत से गुजरना पड़ा। पहले साँप और वन्य जीव पकडऩे वाले विशेषज्ञों को कॉल किया गया। इनके इनकार करने पर एक बंदर पकडऩे वाले जानकार को बुलाया गया। लंबी कवायद के बाद आखिरकर एक गन्ने के लोभ में आकर बंदर किचन के किसी कोनों से निकला और लोगों ने राहत की साँस ली। 
गढ़ा निवासी राहुल प्यासी कहते हैं कि जो बंदर किचन में घुसा था वह किसी तरह से घायल  था और अनेकों लोगों को काटने के लिए पहले खदेड़ चुका था। स्टेट बैंक कॉलोनी में इसी बंदर ने एक 11 साल की बच्ची को काटकर घायल कर दिया। मनीषा नाम की यह बच्ची जब किराने  का सामान लेकर लौट रही थी तब बंदर ने हमला कर दिया। बच्ची के हाथ में बंदर ने काटा जिसके बाद उसको  रैबीज के इंजेक्शन लगवाना पड़े। लोगों का कहना है कि  इस पूरे एरिया में उत्पाती बंदरों से जनता परेशान हो चुकी है। हर दिन ये लोगों के लिए फजीहत साबित हो रहे हैं। 
सीएम हैल्पलाइन में 22 शिकायतें  
गढ़ा की एक दर्जन से अधिक बस्तियों के 22 परिवारों ने बंदरों को लेकर सीएम हैल्पलाइन में शिकायतें की हैं। ऐसे परिवारों के सदस्यों के अनुसार ये शिकायतें अलग-अलग स्टेज पर हो सकता  है पहुँच चुकी हों लेकिन अभी तक न नगर निगम न वन विभाग ने इन बंदरों को पकडऩे के लिए कोई कार्रवाई नहीं की है। पीडि़तों के लिहाज से देखा जाए तो यह समस्या बड़ी है। बंदरों से किसी तरह बचकर जीवन गुजारना पड़ रहा है।  
 

Created On :   7 Dec 2020 2:41 PM IST

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