तेंदूपत्ता के ई-नीलामी के लिए बनेगी प्रणाली

Instruction of Minister of State for Forests – system will be made for e-auction of tendu leaves
तेंदूपत्ता के ई-नीलामी के लिए बनेगी प्रणाली
 वन राज्यमंत्री का निर्देश  तेंदूपत्ता के ई-नीलामी के लिए बनेगी प्रणाली

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के वन राज्य मंत्री दत्तात्रय भरणे ने तेंदूपत्ता के ई-नीलामी के लिए प्रणाली विकसित करने के निर्देश दिए हैं। बुधवार को भरणे की मौजूदगी में मंत्रालय में तेंदूपत्ता ई-नीलामी प्रणाली विकसित करने के संबंध में बैठक हुई। भरणे ने कहा कि तेंदूपत्ता ई-नीलामी प्रणाली में केवल स्थानीय व्यापारी सहभागी होते हैं। अगर इसमें अंतरराष्ट्रीय व्यापारी भी शामिल हुए तो तेंदूपत्ता को अच्छी कीमत मिल सकती है। इसके साथ ही तेंदूपत्ता के क्षेत्र में काम करने वालों को भी इसका फायदा मिल सकेगा। इसलिए तेंदूपत्ता क्षेत्र के उद्यमियों के सुझावों का अध्ययन कर वन विभाग ई-नीलामी प्रणाली को विकसित करे। इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (अकाष्ट वनोपज) विकास गुप्ता और वन विभाग के उपसचिव गजेंद्र नरवणे उपस्थित थे।  

चंदन और अगरबत्ती उद्योग को गति देगी सरकार 

प्रदेश के वन राज्य मंत्री दत्तात्रय भरणे ने कहा कि राज्य सरकार चंदन की खेती को प्रोत्साहन देने के लिए नीतिगत फैसला करेगी। साथ ही अगरबत्ती उद्योग को गति देने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। बुधवार को भरणे की अध्यक्षता में मंत्रालय में चंदन उत्पादन को बढ़ाने के लिए बैठक हुई। भरणे ने कहा कि राज्य में चंदन उद्योग बढ़ने से राजस्व में वृद्धि हो सकेगा। भरणे ने कहा कि चंदन के पावडर और तेल की राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर मांग है। इसलिए चंदन की खेती के लिए प्रोत्साहन के लिए मदद की जाएगी। वन विभाग पता लगाए कि अगरबत्ती के व्यवसाय में चंदन का समावेश किस प्रकार से किया जा सकता है। 

बैठक के दौरान चंद्रपुर के वनसंरक्षक किशोर मानकर ने अगरबत्ती व्यवसाय की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी। इस बैठक में अतिरिक्त मुख्य वनसंरक्षक व मुख्य महा प्रबंधक (नियोजन) संजीव गौंड, नागपुर के प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (उत्पादन व प्रबंधन) जीत सिंग, प्रबंधक निदेशक बांस विकास मंडल श्रीनिवास राव आदि अधिकारी मौजूद थे। 

Created On :   20 Oct 2021 9:07 PM IST

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