एटीएम कार्ड क्लोनिंग गिरोह का पर्दाफाश, 3 सदस्य गिरफ्तार

Interstate ATM card cloning gang exposed, three members arrested
एटीएम कार्ड क्लोनिंग गिरोह का पर्दाफाश, 3 सदस्य गिरफ्तार
एटीएम कार्ड क्लोनिंग गिरोह का पर्दाफाश, 3 सदस्य गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार कर खाते से रुपए निकालने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश जबलपुर पुलिस ने किया है। पुलिस ने गिरोह के 3 सदस्य बजरंग बहादुर उर्फ सावन सिंह पिता राजप्रताप सिंह, संदीप सिंह पिता अजय कुमार सिंह, कुलदीप सिंह पिता रामआसरे सिंह को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी उत्तर प्रदेश के रहने वाले है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 1 लैपटाप, 1 स्कैमर, 1 चार्जर, 7 पुराने एटीएम, 2 मोबाईल, 1 टाटा सफारी, 28 हजार रुपए नगद बरामद किए हैं।

इस संबंध में पुलिस ने बताया कि एटीएम कार्ड के जरिए लगातार रुपए निकाले जाने की शिकायत प्राप्त हो रही थी। शिकायत में कहा गया था कि किसी व्यक्ति द्वारा खाता से राशि निकाली जा रही है, जिसकी विवेचना के दौरान पतासाजी करते हुए यूपी के आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस संबंध में पुलिस ने बताया कि उत्तरप्रदेश निवासी आरोपी बजरंग बहादुर उर्फ सावन सिंह, संदीप सिंह, कुलदीप सिंह को गिरफ्तार किया किया गया है। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त 1 टाटा सफारी, एक लेपटॉप, एटीएम स्वाईप मशीन, 7 क्लोन्ड एटीएम एवं 02 मोबाईल को जब्त किया गया है। पकड़े गये आरोपियों को पुलिस रिमाण्ड पर लिया जा रहा है। पूछताछ पर और भी वारदातों का खुलासा होने एवं गिरोह के और भी सदस्यों को गिरफ्तार किया जा सकेगा।

ऐसे देते थे वारदात को अंजाम-
पुलिस ने बताया कि फरियादी जब एटीएम में जाता है, तो आरोपी भी एटीएम मे मौजूद होकर अपने मोबाईल से मौजूद स्पाई कैमरा का फायदा उठाकर आरोपियों द्वारा फरियादी के एटीएम कार्ड नंबर व एटीएम पिन नम्बर को कैमरे में रिकार्ड कर लेते थे। उसके पश्चात इस रिकार्ड वीडियो को धीमी गति में देखकर लैपटाप में मौजूद क्लोनिंग साफ्टवेयर व स्कैमर की मदद से रिकार्ड किए हुए एटीएम कार्ड नंबर का क्लोन तैयार कर लेते थे, इसके पश्चात आरोपी द्वारा इस क्लोन कार्ड का देश के किसी भी कोने में जाकर किसी भी एटीएम से 11-45 बजे से 12 बजे तक एवं 12 बजे रात के बाद पैसे निकालने का काम करते थे, जिससे फरियादी को मैसेज रात में आने के कारण पता नहीं चलता था, इस प्रकार आरोपियों द्वारा अधिकतम 20-20 हजार रुपए के 2 ट्रांजेक्शन कर लिए जाते थे।

इनकी रही उल्लेखनीय भूमिका-
घटना में आरोपियो को गिरफ्तार एवं पूछताछ करने मे थाना प्रभारी ओमती नीरज वर्मा, उप निरीक्षक राकेश बघेल थाना ओमती तथा सायबर सेल से उनि नीरज नेगी, आरक्षक नितिन जोशी, उपेन्द्र गौतम, राजेश शर्मा, जयंत इनवाती, आदित्य कुमार, वंदित राजपूत, दुर्गेश दुबे, मनोज भालाधरे, राजा मिश्रा, चंद्रिका पड़वार एवं क्राईम ब्रांच से प्रधान आरक्षक धनंजय सिंह, विजय शुक्ला, आरक्षक जितेन्द्र दुबे, बीरबल रजक, मोहित उपाध्याय, दीपक रघुवंशी, रविन्द्र तिवारी एवं गिरीश मेहरा की उल्लेखनीय भूमिका रही।

Created On :   8 May 2019 5:07 PM IST

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