- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- विधान परिषद में गूंजा मुद्दा :...
विधान परिषद में गूंजा मुद्दा : इलाज न मिलने से हुई स्टैन स्वामी की मौत
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मानवाधिकार कार्यकर्ता स्टैन स्वामी की मौत के मामले की गूंज विधान परिषद में सुनाई दी। मंगलवार को सदन में लोक भारती के सदस्य कपिल पाटील आरोप लगाते हुए कहा कि बेहतर इलाज में देरी के कारण स्वामी की मौत हो गई है। उन्होंने सदन में स्वामी की मौत के मुद्दे को उठाया। पाटील ने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार के समय मनी लॉड्रिंग के मामले में राकांपा के तत्कालीन विधायक तथा वर्तमान खाद्य, नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल जब जेल में थे, तो मैंने सदन में उनके बेहतर इलाज के लिए प्रबंध करने की मांग सरकार से की थी। यदि उस समय देरी हुई होती तो पता नहीं भुजबल का क्या होता?
पाटील ने कहा कि बिना किसी सबूत के भीमा-कोरेगांव मामले में स्वामी को एनआईए ने गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया था। बाम्बे हाईकार्ट के हस्तक्षेप के बाद मुंबई के होली फैमिली अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पर उनकी मौत हुई है। उनके बेहतर इलाज के प्रबंध में देरी हुई है। आखिर राज्य सरकार ने उनके इलाज के लिए हस्तक्षेप क्यों नहीं किया। इसके लिए जिम्मेदार कौन है? सरकार को सदन में इसकी जानकारी देनी चाहिए। इस पर सभापति रामराजे नाईक-निंबालकर ने सरकार को उचित कार्यवाही के निर्देश दिए। जिसके बाद प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री अनिल परब ने कहा कि मानसून अधिवेशन खत्म होने से पहले सरकार की ओर से सदन में निवेदन किया जाएगा। हालांकि अधिवेशन खत्म होने तक परब ने सदन में इस संबंध में कोई निवेदन नहीं किया।
Created On :   6 July 2021 8:21 PM IST