पशुपालकों की आय को दोगुना करने की जरूरत, ह्यूमन, एनीमल और एनवायरमेंट हैल्थ में है वेटरनरी का अहम रोल

It is important to increase and double the income of the cattlemen
पशुपालकों की आय को दोगुना करने की जरूरत, ह्यूमन, एनीमल और एनवायरमेंट हैल्थ में है वेटरनरी का अहम रोल
पशुपालकों की आय को दोगुना करने की जरूरत, ह्यूमन, एनीमल और एनवायरमेंट हैल्थ में है वेटरनरी का अहम रोल

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। पशुपालकों की आय को दोगुना करने के लिए प्रत्येक पशु उत्पाद जैसे दूध के साथ गौमूत्र एवं गोबर का भी व्यवसायिक उपयोग करने की जरूरत है।  प्रदेश में डेयरी साइंस महाविद्यालय शुरू करना को अति आवश्यक है, क्योंकि दुग्ध उत्पादन तो अधिक मात्रा में हो रहा है परन्तु उसकी प्रोसेसिंग उचित मात्रा में नही हो पा रही है, जिससे पशुपालक अधिक लाभ नही कमा पर रहे हैं। हमारा लक्ष्य वेटरनरी को देश की टॉप-20 यूनिसवर्सिटीज में लेकर आना है। इसके माध्यम से पशुपालकों की आय में वृध्दि संभव है। यदि हम सब मिलकर कार्य करेंगे तभी संस्था की उन्नति के साथ पशुपालकों की आर्थिक स्थिति सुधारने में सहायता मिलेगी। ह्यूमन, एनीमल और एनवायरमेंट हैल्थ में वेटनरी का रोल अहम है।

उक्त विचार वेटरनरी कुलपति प्रो. प्रयाग दत्त जुयाल ने व्यक्त किए। अवसर था नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के 9वें स्थापना दिवस समारोह का, जिसका आयोजन महाविद्यालय के सभागार में हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि आर्युविज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आरएस शर्मा थे, वहीं विशिष्ट अतिथियों में वेटरनरी विवि के पूर्व कुलपति डॉ. गोविन्द प्रसाद मिश्र, आईसीएआरवीड रिसर्च इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डॉ. पीके सिंह मौजूद रहे। समारोह में लाइफ टाइम अचीवमेंट के साथ कई अन्य कैटेगरी में सम्मान प्रदान किए गए।

जर्नल के प्रकाशन की जरूरत
मुख्य अतिथि डॉ. शर्मा ने कहा कि विवि में संचालित हो रहे अंर्तराष्ट्रीय स्तर के शोध कार्यों का का व्यापक प्रचार प्रसार करने के लिए विवि को एक जर्नल के प्रकाशन की आवश्यकता है। उन्होंने संस्था द्वारा प्रदान किये जा रहे बेस्ट टीचर पुरस्कार एवं उत्कृृष्ट कार्य करने वाले प्राध्यापकों, छात्रों एवं कर्मचारियों को सम्मानित करने के कदम को सराहा और इस प्रथा को मेडीकल विश्वविद्यालय में भी शुरू करने की घोषणा की। कार्यक्रम में डॉ. एस.के.जोषी, डॉ. एस.एन.एस. परमार, डॉ. आर.पी.एस. बघेल, डॉ. एस.के. मेहता, डॉ.वाय.पी.साहनी., डॉ. ओ.पी. श्रीवास्तव, डॉ. पी.सी. शुक्ला, डॉ. मधु स्वामी, डॉ. अपरा शाही, डॉ. जे.के. भारद्वाज, डॉ. आर.के.शर्मा सहित समस्त प्राध्यापकों, छात्रों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

 

Created On :   15 Dec 2018 6:59 PM IST

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