इंदौर बनने से बचा जबलपुर, कोरोना संक्रमण से जेल में मचा हड़कंप

Jabalpur saved from becoming Indore, Corona infection creates stir in jail
इंदौर बनने से बचा जबलपुर, कोरोना संक्रमण से जेल में मचा हड़कंप
इंदौर बनने से बचा जबलपुर, कोरोना संक्रमण से जेल में मचा हड़कंप


डिजिटल डेस्क  जबलपुर। इंदौर से आए कोरोना के मरीज जावेद खान को 10 अप्रैल को शाम 6 बजे यदि इंदौर कलेक्टर के पत्र के आधार पर जेल में दाखिल कर लिया जाता तो जेल के डेढ़ हजार स्टॉफ एवं उनके परिजन तथा दो हजार से अधिक कैदियों की जान सांसत में पड़ जाती और जबलपुर को इंदौर बनने से कोई रोक नहीं सकता था। यह तो अच्छा हुआ कि जेल अधीक्षक गोपाल ताम्रकार को जब इंदौर से दो एनएसए  कैदियों को लाने की जानकारी दी तो वे खुद ही जेल गेट पर पहुँच गए और उन्होंने तुरन्त जेल के बाहर से ही इंदौर पुलिस के वाहन को विक्टोरिया अस्पताल जाँच के लिए भिजवा दिया। उनका कहना था कि जावेद खान पुलिस की वैन में ही बैठा था और उस समय भी खाँस रहा था। पता नहीं क्यों उन्हें शक हुआ कि इंदौर से आने वाला यह जावेद कहीं  कोरोना संक्रमित तो नहीं है। उनकी यह आशंका बाद में सही साबित हुई। इंदौर से जावेद के अलावा तीन अन्य मो. सलीम, मो. गुलरेज एवं मो. मुस्तफा को भी एनएसए में जबलपुर जेल भेजा गया है। बाकी के तीन की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
शनिवार को जब यह रिपोर्ट आई कि जावेद कोरोना पीडि़त है तो जेल में हड़कम्प मच गया।  कोरोना मरीज कैदी को  जेल में नहीं घुसने देने के निर्णय की अकेले कैदियों ने ही नहीं बल्कि जेल स्टॉफ ने भी सराहना की और इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि अगर कोरोना संक्रमित जेल में आ जाता तो उन सभी के लिए खतरा बन जाता।
सामान्य दिनों में नियम 7 सामान्य दिनों में यह नियम है कि एनएसए में गिरफ्तार आरोपियों को दूसरे जिलों की जेल में शिफ्ट किया जाता है। इस नियम के तहत ही जब भी कोई कैदी दूसरे जिलों से आता है तो उसे जेल में शिफ्ट कर दिया जाता है। आम तौर पर उसकी मेडिकल जाँच तुरन्त नहीं होती है। कई बार दूसरे दिन उसे जाँच के लिए भेजा जाता है। कोरोना के चलते अतिरिक्त सावधानी के कारण ही जेल अधीक्षक ने तत्काल जावेद एवं उसके साथी सलीम खान को तुरन्त हास्पिटल भेजकर कलेक्टर एवं एसपी को सूचना भेज दी।
वैन से उतरने भी नहीं दिया7बताया  जाता है कि जावेद एवं सलीम के दो साथी 8 अप्रैल को आए थे लेकिन उनको भी जेल में घुसने नहीं दिया गया था। जावेद व कलीम को भी वैन से उतरने नहीं दिया गया। शनिवार को जावेद की जब पाजिटिव रिपोर्ट आई तो उसके बाद पूरे जेल मार्ग को सिनेटाइज कर दिया गया। जेल के बाहरी गेट के सामने जहाँ पर वैन रुकी थी उस स्थल को भी सेनिटाइज कर दिया गया है।

Created On :   11 April 2020 10:37 PM IST

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