जगद्गुरु डॉ. स्वामी श्यामदेवाचार्य ब्रह्मलीन , हर कोई स्तब्ध

जगद्गुरु डॉ. स्वामी श्यामदेवाचार्य ब्रह्मलीन , हर कोई स्तब्ध
जगद्गुरु डॉ. स्वामी श्यामदेवाचार्य ब्रह्मलीन , हर कोई स्तब्ध

 डिजिटल डेस्क जबलपुर । नरसिंहपीठाधीश्वर व गीताधाम ग्वारीघाट के संचालक जगद्गुरु डॉ. स्वामी श्यामदेवाचार्य का शुक्रवार शाम देव लोक गमन हो गया। वे 68 वर्ष के थे। बताया गया है कि महाराजश्री हरिद्वार में आयोजित कुंभ में श्रीमद्भागवत कथा प्रवचन करने के लिए गए थे। उसी दौरान वे कोरोना से संक्रमित हो गए। जबलपुर वापसी के बाद उन्हें यहाँ एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहाँ उन्होंने अंतिम साँस ली। जानकारों के अनुसार राष्ट्र स्तर पर संत परम्परा में 52 द्वार होते हैं। इनमें से वे एक द्वार के आचार्य थे। उन्हें द्वाराचार्य की उपाधि प्राप्त थी। रीवा जिले में जन्मे डॉ. स्वामी श्यामदेवाचार्य, अखिल भारतीय संत समिति के संस्थापक प्रदेश अध्यक्ष होने के साथ इसके राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी थे। आप राम जन्म भूमि आंदोलन से जुड़े रहे और विहिप के केन्द्रीय मार्गदर्शक मंडल समेत देश की कई धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं व जबलपुर में भी सनातन धर्म महासभा के संरक्षक होने के साथ कई अन्य धार्मिक संस्थाओं में मार्गदर्शक व संरक्षक के रूप में शामिल थे। उनके लाखों शिष्य व अनुयायी थे। सहज व आकर्षक व्यक्तित्व के धनी डॉ. स्वामी श्यामदेवाचार्य के देव लोक गमन की खबर से हर तरफ शोक की लहर दौड़ गई। सभी स्तब्ध हैं। धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े प्रबुद्ध लोगों ने उनके देहावसान को समाज के लिए अपूरणीय क्षति निरूपित किया है।सीएम शिवराज सिंह ने ट्वीट कर महाराज जी के निधन पर  सुमन अर्पित किये हैं।
 

Created On :   17 April 2021 8:43 AM GMT

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