शरद पवार के घर पर हमला मामले में पुणे से पत्रकार गिरफ्तार

Journalist arrested from Pune in Sharad Pawars house attack case
शरद पवार के घर पर हमला मामले में पुणे से पत्रकार गिरफ्तार
साजिश में शामिल शरद पवार के घर पर हमला मामले में पुणे से पत्रकार गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राकांपा प्रमुख शरद पवार के मुंबई स्थित घर पर महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम के हड़ताली कर्मचारियों द्वारा हमले के मामले में गामदेवी पुलिस ने बुधवार को पुणे से एक पत्रकार को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी का नाम चंद्रकांत सूर्यवंशी है। वह एक यूट्यूब चैनल के लिए काम करता है। 

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सूर्यवंशी इस साजिश का हिस्सा था। वह लगातार मामले में मुख्य आरोपी और वकील गुणरत्न सदावर्ते के संपर्क में था। घटना से जुड़े वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए वह घटनास्थल पर पहुंचने वाले शुरुआती लोगों में शामिल था। सूर्यवंशी को पुणे से मुंबई लाकर कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे 16 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले गिरफ्तार किए गए अभिशेष पाटील नाम के आरोपी को पुलिस ने एक बार फिर पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। उसे भी 16 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। अब तक इस मामले में पुलिस 115 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। 

एसटी महामंडल का राज्य सरकार में विलय और खुद को सरकारी कर्मचारी की दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर एसटी कर्मचारी पिछले साल नवंबर महीने से हड़ताल पर हैं। एसटी कर्मचारी इस बात से नाराज थे कि शरद पवार उनकी किसी तरह की मदद नहीं कर रहे हैं। इसी से नाराज होकर 8 अप्रैल की दोपहर बड़ी संख्या में हड़ताली कर्मचारी पवार के पैडर रोड स्थित बंगले सिल्वर ओक पर पहुंचे और वहां विरोध प्रदर्शन किया और घर पर पत्थर व चप्पल फेंके। इस मामले में एहतियाती कदम न उठाने के चलते तत्कालीन पुलिस उपायुक्त का तबादला और गामदेवी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है।

सदावर्ते को हिरासत में लेने पहुंची सतारा पुलिस

इस बीच सातारा पुलिस का एक दल 2020 में मराठा आरक्षण से जुड़े प्रदर्शनों के दौरान कथित तौर पर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किए जाने के मामले में वकील गुणरत्न सदावर्ते की हिरासत की मांग करने के लिए मुंबई पहुंचा है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सातारा में एक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि सदावर्ते ने 2020 में मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान एक टीवी चैनल पर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। शिकायत के आधार पर सातारा पुलिस ने सदावर्ते के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। मजिस्ट्रेट कोर्ट 17 अप्रैल को सदावर्ते को सतारा पुलिस को सौपेगी।   

 

Created On :   13 April 2022 9:03 PM IST

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