जूडॉ हड़ताल - पटरी से उतरे चिकित्सा इंतजाम, मरीजों के साथ परिजन भी परेशान

Juda Strike - Medical arrangements derailed, family members along with patients upset
जूडॉ हड़ताल - पटरी से उतरे चिकित्सा इंतजाम, मरीजों के साथ परिजन भी परेशान
जूडॉ हड़ताल - पटरी से उतरे चिकित्सा इंतजाम, मरीजों के साथ परिजन भी परेशान

सरकारी अस्पतालों पर असर, इलाज के लिए भटक रहे मरीजों का रुख दूसरे अस्पतालों की ओर
डिजिटल डेस्क जबलपुर
। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल का शुक्रवार को पाँचवाँ दिन था। हड़ताल के चलते मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। जूनियर डॉक्टर्स के सभी तरह की सेवाओं से हाथ खींचने के बाद मरीज इलाज के लिए भटक रहे हैं। सबसे ज्यादा खामियाजा उन मरीजों को  उठाना पड़ रहा है जो महाकोशल समेत विंध्य के विभिन्न क्षेत्रों से मेडिकल कॉलेज इलाज के लिए आते हैं, वहीं कोविड और ब्लैक फंगस जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के सामने भी समस्या खड़ी हो गई है। शुक्रवार को कई मरीज भटकने के बाद विक्टोरिया और निजी अस्पतालों का रुख करते दिखे। सबसे ज्यादा बुरी स्थिति उन मरीजों की है, जो निजी अस्पताल में इलाज कराने में सक्षम नहीं हैं। कुल मिलाकर मरीजों को उनके हाल पर छोडऩे जैसे नौबत आ रही है। जूडॉ के ओपीडी, वार्ड और कोविड ड्यूटी तक बंद करने से मरीजों की जाँच और उपचार में परेशानी आ रही है। रूटीन सर्जरी को आगे खिसकाया जा रहा है।
जूडॉ ने किया रक्तदान 
 अपनी माँगों पर अड़े जूनियर डॉक्टर्स ने शुक्रवार को रक्तदान किया। करीब 25 जूनियर डॉक्टर्स ने पीडि़त मानवता की सेवा के लिए ब्लड डोनेट किया। जबलपुर में एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. पंकज सिंह का कहना है कि सरकार से बात चल रही है। अपनी माँगों से पीछे नहीं हटेंगे। रजिस्ट्रेशन रद्द करने का आईएमए ने किया विरोध
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल का पूरी तरह समर्थन करते हुए सरकार द्वारा छात्रों के नामांकन रद्द करने का विरोध किया है। इस संबंध में जबलपुर ब्रांच के अध्यक्ष डॉ. दीपक साहू, मानसेवी सचिव डॉ. ब्रजेश चौधरी, डॉ. अरविंद जैन, डॉ. राकेश पाठक, डॉ. सुनील बहल, डॉ. राजशेखर पांडे समेत अन्य सदस्यों ने शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज पहुँच कर अधिष्ठता डॉ. पीके कसार को ज्ञापन सौंपा। एसोसिएशन का कहना है कि जूनियर डॉक्टर्स ने कोरोना काल में अपनी जान की परवाह किए बिना सेवा की है, ऐसे में  सरकार का तानाशाही पूर्ण रवैया ठीक नहीं है। इसलिए तत्काल रजिस्ट्रेशन बहाल किए जाएँ। जूनियर डॉक्टर्स की माँगें पूरी की जाएंँ, अन्यथा शहर के प्राइवेट डॉक्टर्स पूर्ण रूप से कार्य बंद कर देंगे।
इंडियन रेडियोलॉजिकल एसोसिएशन ने किया जूनियर डॉक्टर का समर्थन 
इंडियन रेडियोलॉजिकल एंड इमेजनिंग एसोसिएशन एमपी स्टेट चैप्टर ने जूनियर डॉक्टर्स की माँगों को जायज बताते हुए समर्थन दिया है। एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. पुष्पराज भटेले, एमपी चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. दुर्गेश राठी, सचिव डॉ. चंद्र प्रकाश ने इस संबंध में चिकित्सा शिक्षा, मप्र के डायरेक्टर को पत्र लिखा है। जिसके अनुसार जूनियर डॉक्टर्स ने कोरोना काल में सब कुछ दाँव पर लगाते हुए सेवाएँ दी हैं, इसके बाद भी प्रशासन और सरकार का रवैया सही नहीं है। अगर जूनियर डॉक्टर्स की माँगें पूरी नहीं की जाती हैं, तो पूरे प्रदेश में कई तरह की रेडियोलॉजिकल सेवाएँ  रोक दी जाएँगी।
 

Created On :   5 Jun 2021 4:41 PM IST

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