जस्टिस दत्ता ने गोंजाल्विस और फरेरा की जमानत याचिकाओं की सुनवाई से खुद को अलग किया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस दीपांकर दत्ता ने भीमा कोरेगांव-एल्गार परिषद मामले के कथित आरोपी मानवाधिकार कार्यकर्ता वेरनॉन गोंजाल्विस और अरुण फरेरा की जमानत याचिकाओं की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है। बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा जमानत याचिकाओं को खारिज करने के खिलाफ गोंजाल्विस और फरेरा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट की एक पीठ, जिसमें जस्टिस रवींद्र भट्ट और दीपांकर दत्ता शामिल है, सुनवाई कर रही थी। यह मामला 16 जनवरी को उस बेंच के सामने सूचीबद्ध होगा, जिसका अब जस्टिस दत्ता हिस्सा नहीं होंगे।
गोंजाल्विस के वकील रेबेका जॉन ने मामले को सुनवाई के लिए जल्द सूचीबद्ध करने का आग्रह किया था। इसके बाद पीठ मामले को 16 जनवरी के लिए सूचीबद्ध किया। गोंजाल्विस और फरेरा पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं।
Created On :   13 Jan 2023 10:09 PM IST