राज्य में 132.85 हेक्टेयर में तैयार होगी खरीफ की फसल, 94 प्रतिशत बुआई पूर्ण

Kharif crop to be ready in 132.85 hectares, 94% sowing is done
राज्य में 132.85 हेक्टेयर में तैयार होगी खरीफ की फसल, 94 प्रतिशत बुआई पूर्ण
राज्य में 132.85 हेक्टेयर में तैयार होगी खरीफ की फसल, 94 प्रतिशत बुआई पूर्ण

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य में सप्ताह भर से जारी बारिश फसलों के लिए काफी फायदेमंद साबित हुई। खरीफ फसल सत्र में गन्ने की फसल के अलावा 132.85 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई है। अब तक 94 प्रतिशत बुवाई का काम पूरा हो चुका है। इसमें 30 लाख 78 हेक्टेयर क्षेत्र में अनाज, 20 लाख 28 हजार 370 हेक्टेयर क्षेत्र में दलहन, 41 लाख 16 हजार 513 हेक्टेयर क्षेत्र में  तिलहन और 40 लाख 62 हजार 387 हेक्टेयर क्षेत्र में कपास की बुवाई हुई है। जबकि 1 लाख 83 हजार 875 हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ने की बुवाई की गई है। राज्य में लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर से मानसून सक्रिय हुआ है। जबकि मराठवाड़ा और विदर्भ के जिलों में भारी बारिश ने कहर बरपाया है। 

हिंगोली में कयाधु नदी के किनारे मौजूद हजारों हेक्येटर फसल पानी में डूब गई है। यवतमाल में बारिश के कारण फसलें प्रभावित हुई हैं। जून से अगस्त महीने में अब तक की अवधि में लगभग 757.7 मिमी बारिश हुई है। अभी तक औसतन 91.1 प्रतिशत वर्षा हुई है। राज्य के 14 जिलों में 100 प्रतिशत से अधिक बरसात हुई है। 

593 टैंकरों से जलापूर्ति 
राज्य में 593 टैंकरों के माध्यम से 567 गांव और 341 बस्तियों में पीने के पानी की आपूर्ति की जा रही है। औरंगाबाद में सबसे अधिक 334 गांव और 14 बस्तियों में 361 टैंकरों से पानी पहुंचाया जा रहा है। जालना के 39 गांवों और 5 बस्तियों में 54 टैंकर लगे हैं। राज्य में मनरेगा के तहत 1 लाख 65 हजार 99 मजदूर काम कर रहे हैं। 36 हजार 498 काम शुरू है। 

जलाशयों में 60.88 प्रतिशत पानी 
प्रदेश सरकार के जलसंसाधन विभाग के अनुसार बुधवार तक राज्य के 3 हजार 264 जलाशयों में 60.88 प्रतिशत जलसंचय हुआ है। पिछले साल इस दौरान जलाशयों में 55.80 प्रतिशत पानी उपलब्ध था। जलसंसाधन विभाग के अनुसार इस साल भी मराठवाड़ा विभाग में सबसे कम पानी मौजूद है। संभाग के 8 जिलों के जलाशयों में 23.76 प्रतिशत पानी उपलब्ध है। जबकि पिछले साल मराठवाड़ा में 32.09 प्रतिशत पानी था।

बीते साल की तुलना में विदर्भ के अमरावती विभाग और नागपुर विभाग में इस बार जलस्तर काफी बढ़ा है। अमरावती में पिछले साल 22.23 प्रतिशत की तुलना में फिलहाल 49.58 प्रतिशत पानी है। जबकि नागपुर विभाग के जलाशयों में 43.69 प्रतिशत जलसंचय है। पिछले साल यहां पर 24.67 प्रतिशत पानी उपलब्ध था। वहीं नाशिक विभाग में 55.44 प्रतिशत पानी है। 
 

Created On :   23 Aug 2018 5:13 AM GMT

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