संकल्प दिवस के रूप में मनाया मजदूर दिवस
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। सुरक्षा कर्मचारी यूनियन इंटक ने मजदूरों को अधिकार दिलाने में शहीद हुए तमाम मजदूरों को याद करते हुए सोमवार को मजदूर दिवस संकल्प दिवस के रूप में मनाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईएनडीडब्ल्यूएफ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरुण दुबे ने अपने संबोधन में मजदूरों के पुराने इतिहास के बारे में जानकारी दी। उन्होंने आयुध निर्माणियों के निगमीकरण एवं एनपीएस के विरोध में होने वाले राष्ट्रीय आंदोलनों में बढ़-चढ़ कर अपनी सहभागिता देने की बात रखी। आयुध निर्माणी खमरिया में प्रमोशन के संबंध में उच्च न्यायालय में लगे हुए केस की फाइनल हियरिंग में सम्मिलित होने के लिए हृदेश यादव एवं प्रमोद यादव के साथ एक टीम गठित की जो कोर्ट में उपस्थित होंगे। कार्यक्रम का संचालन आनंद शर्मा ने किया। इस दौरान राकेश रंजन, अमित चौबे, अखिलेश पटेल, अनुपम भौमिक, सिद्धार्थ सिंह, संतराम, राजेंद्र, अनिल गुप्ता, रोहित सेठ आदि उपस्थित थे।
अमर शहीदों को किया लाल सलाम
आयुध निर्माणी खमरिया में लेबर यूनियन द्वारा सुबह राम मंदिर ईस्ट लैंड से प्रभात फेरी निकाली गई, जिसमें सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित रहे। रैली ने पूरे स्टैंड का भ्रमण किया, जिससे पूरा एस्टेट अमर शहीदों को लाल सलाम से गूँज उठा। समापन पर खमरिया बाजार में नेताओं ने उद््बोधन दिया। इस मौके पर रामप्रवेश, अर्नब दासगुप्ता, पुष्पेंद्र सिंह, दिनेश नामदेव, शरद अलवल, शिवेंद्र रजक, हरीश चौबे, सुकेश दुबे आदि ने मौजूदा कर्मचारियों की चुनौतियों को बताते हुए संघर्ष के लिए तैयार रहने को कहा। शाम को सिविक सेंटर से ट्रेड यूनियन काउंसिल के तत्वावधान में रैली निकाली गई।
सतपुला में आयोजन
मजदूर दिवस पर जीसीएफ सतपुला स्थित मंच पर सुबह से ही सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित हुए। कर्मचारियों ने एक-दूसरे को मजदूर दिवस की बधाई देते हुए मजदूर एकता जिंदाबाद एवं मजदूर-मजदूर भाई-भाई के नारे लगाए। कार्यक्रम में रोहित यादव, राजा पांडे, उत्तम विश्वास, अमित चंदेल, बीरबल, आशीष पार्थ, राजेंद्र, रुपेश कृष्णा मौजूद रहे।
मज़दूर जागरूकता दिवस पर कार्यक्रम
श्रमिकों की दशा एवं दिशा पर मज़दूर दिवस पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग ऑर्गेनाइज़ेशन (आईएसओ) द्वारा मज़दूर जागरूकता दिवस का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय कुमार रजक ने इस मौके पर कहा कि हालाँकि देश की अर्थव्यवस्था में सुधार से कुछ हद तक हालात बदले हैं। लेकिन अनऑर्गेनाज्ड सेक्टर में आज भी मज़दूर भाइयों को संघर्षमय जीवन व्यतीत करना पड़ रहा है।
Created On :   2 May 2023 3:21 PM IST