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हर हल्के में होगा एक-एक पटवारी, 139 नए पटवारी ले रहे ट्रेनिंग
डिजिटल डेस्क, कटनी। कास्तकार और भू-मालिकों के लिए यह अच्छी खबर है कि पांच माह बाद उन्हें जमीनी संबंधी कामकाज के लिए एक हल्के से दूसरे हल्के में पटवारियों को खोजने के लिए नहीं जाना पड़ेगा। दरअसल जिले में 139 नए पटवारी के आ जाने से अब यह समस्या दूर होते हुए दिखाई दे रही है। नए पटवारियों को भू-अभिलेख द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एक माह का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है, पांच माह के प्रशिक्षण के बाद इन्हें हल्कों का प्रभार दिया जाएगा। जिले में कुल हल्कों की संख्या 409 है। जिसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्र शामिल हैं। पहले से ही जिले में 156 पटवारी पदस्थ हैं, नए पटवारियों की नियुक्ति से इनकी संख्या 394 हो जाएगी। जिसके बाद प्रत्येक हल्कों में एक पटवारी तैनात रहेंगे।
दो हल्कों का प्रभार
वर्तमान समय में एक पटवारी के पास दो से तीन हल्कों का प्रभार है। पहले जिले में 200 पटवारी के पद स्वीकृत किए गए थे। जिसमें से 156 पटवारी ही पदस्थ रहे। बाद में 115 नए हल्के बना दिए गए, लेकिन पटवारियों की संख्या में इजाफा नहीं हुआ और इस हिसाब से एक-एक पटवारियों को कहीं पर दो तो कहीं पर तीन हल्कों का प्रभार देकर काम चलाऊ व्यवस्था चलाई गई। बाद में प्रत्येक पंचायत को ही हल्का बनाया गया। जिसके बाद हल्कों की संख्या और बढ़ गई, लेकिन पटवारियों की संख्या उतनी ही बनीं रही। जिसके चलते राजस्व विभाग के साथ कास्तकारों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन नए पटवारियों के आ जाने से अब समस्या से छुटकारा मिल सकेगा।
नहीं बना सकेंगे बहाना
किसानों के लिए यह अच्छी बात है कि जब प्रत्येक हल्कों में एक-एक पटवारी पहुंच जाएंगे। तब पटवारी किसी तरह का बहाना नहीं बना सकेंगे। अभी तक एक हल्के से दूसरे हल्कों में होने का बहाना कुछ पटवारी बनाते आ रहे हैं। कास्तकारों को जमीनी संबंधी कामकाज के लिए एक हल्के से दूसरे हल्के में चक्कर लगाना पड़ता है, लेकिन जब पटवारी को एक ही हल्के का प्रभार मिलेगा, तब वे किसी तरह का बहाना नहीं बना सकेंगे। नियमत: वे उसी हल्कें में मिलेंगे। जहां के लिए उनकी नियुक्ति की गई है।
आवास भी बनाए जाएंगे
पटवारी के लिए उनके हल्कों में आवास भी बनाए जाएंगे। जिसके लिए पुराने हल्कों में जमीन भी चिन्हित कर ली गई है। कई जगहों पर तो जमीनी संबंधी प्रकिया भी पूरी कर ली गई है, लेकिन राशि के आभाव में अभी तक भवनों का काम शुरु नहीं हो सका है। भू-अभिलेख अधीक्षक द्वारा बताया गया कि भवन निर्माण के संबंध में निर्धारित प्रकिया का पालन करते हुए दस्तावेज शासन स्तर पर भेजा जा चुका है। बताया जाता है कि शासकीय भवन बन जाने से हर हाल में पटवारियों को उन्हीं के हल्कों में निवास करना होगा। ताकि किसी भी कास्तकार को परेशानी न हो।
इनका कहना है
जिले में पहले 156 पटवारी रहे, हल्कों की संख्या अधिक होने से एक-एक पटवारी के पास दो से तीन हल्कों का प्रभार रहा। 139 नए पटवारियों को ट्रेनिंग दिया जा रहा है। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद इन्हें हल्कों में भेज दिया जाएगा। जिसके बाद शासकीय काम-काज में भी तेजी आएगी।
- एमआर कोल, अधीक्षक भू-अभिलेख विभाग कटनी
Created On :   3 Sept 2018 1:38 PM IST