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जबरन छुट्टी पर भेजे गए बीड़ के एसपी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बीड जिले में खराब कानून व्यवस्था के आरोपों के बाद वहां के पुलिस अधीक्षक (एसपी) को जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया है। राज्य के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील ने सोमवार को विधानसभा में यह ऐलान किया साथ ही उन्होंने कहा कि 15 दिन के भीतर आरोपों की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए राकांपा के प्रकाश सोलंके, संदीप क्षीरसागर, कांग्रेस के नाना पटोले के साथ विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस, नमिका मूंदडा आदि सदस्यों ने बीड़ में खराब होती कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सदन का ध्यान खींचा। फडणवीस ने कहा कि हालात इतने खराब है कि सत्ताधारी पार्टी के लोग जिलाधिकारी कार्यालय में गोलीबारी करते हैं। सोलंके ने भी सवाल किया कि जिस पर लोगी चलाई गई पुलिस ने उसके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जिससे इसे रफा दफा करने के लिए दबाव बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि बीड़ में अवैध धंधे फलफूल रहे हैं रेती माफिया बेलगाम है। रेती माफिया द्वारा खोदे गड्ढे में गिरने के चलते चार बच्चों की जान जा चुकी है उन्होंने कहा कि बीड़ की हालत बिहार जैसी हो गई है। पुलिस स्टेशन हफ्ता वसूली में जुटे हैं। क्षीरसागर ने कहा कि इलाके में सट्टेबाजी और वेश्यावृत्ति के अड्डों की बाढ़ आ गई है। भाजपा की नमिता मुंदडा ने कहा कि वे अपने दो साल के बच्चे और पति के साथ एक ढाबे पर गन्ने का रस पीने गईं तो वहां अवैध रुप से शराब पी रहे कुछ लोगों ने उनके साथ तस्वीर खिंचवाने की जिद और इनकार करने पर बदसलूकी की। मामले में पुलिस में शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। भाजपा के राधाकृष्ण विखेपाटील ने एसपी को निलंबित किए जाने की मांग की। नाना पटोले ने भी सरकार को घेरा और कहा कि महाराष्ट्र में माफिया आतंक बढ़ा है। पुलिस और राजस्व विभाग दोनों माफिया को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने सवाल किया कि माफिया राज रोकने के लिए सरकार क्या करेगी। मामले में विपक्षी सदस्यों ने कार्रवाई की मांग करते हुए विधानसभा अध्यक्ष के आसन के सामने नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद पहले दिलीप वलसे पाटील ने नमिता मूंदडा मामले में पुलिस इंस्पेक्टर को निलंबित करने की बात कही लेकिन विपक्षी संतुष्ट नहीं हुए तो उन्होंने पुलिस अधीक्षक को छुट्टी पर भेजने का ऐलान किया। इससे पहले उन्होंने सदस्यों के सवालों के जवाब देते हुए बताया कि जिलाधिकारी कार्यालय में गोलीबारी पुस्तैनी जमीन को बेंचने को लेकर रिश्तेदारों के बीच हुई। जिसे गोली मारी गई उसके खिलाफ एफआईआर क्यों दर्ज की गई इसकी जांच की जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि अवैध बालू उत्खनन के 119 मामलों में कार्रवाई करते हुए 146 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। दूसरे अपराधों को रोकने के लिए भी कार्रवाई की जा रही है।
Created On :   7 March 2022 9:17 PM IST