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एसटी कर्मियों को भड़काकर हड़ताल जारी रखना चाहते हैं नेता- मंत्री परब
डिजिटल डेस्क, मुंबई। वेतन बढ़ोतरी के बाद भी एसटी महामंडल के कर्मचारियों की जारी हड़ताल के समर्थन में उतरे मजदूर नेता शंशाक राव पर प्रदेश के परिवहन मंत्री तथा एसटी महामंडल के अध्यक्ष अनिल परब ने हमला बोला है। सोमवार को परब ने राव का नाम लिए बैगर कहा कि हर नेता एसटी कर्मचारियों के हड़ताल आंदोलन पर सवार होकर श्रेय लूटने की कोशिश कर रहा है। एसटी कर्मचारियों के बीच अफवाह फैलाकर और उन्हें भड़काकर हड़ताल को लंबा खींचा जा रहा है। इससे केवल कर्मचारियों का नुकसान हो रहा है। हड़ताल को समर्थन देने वाले किसी नेता का कुछ नुकसान नहीं हो रहा है। हड़ताल को समर्थन करने वाले नेताओं को एसटी कर्मचारियों का होने वाले नुकसान की भी जिम्मेदारी उठानी चाहिए। परब ने कहा कि एसटी कर्मचारियों के एसटी महामंडल को राज्य सरकार में विलय करने की मांग पर अध्ययन के लिए कुंटे समिति का गठन कर दिया गया है। बाम्बे हाईकोर्ट ने समिति को रिपोर्ट सौंपने के लिए 12 सप्ताह का समय दिया है। एसटी महामंडल के विलय की मांग पर समिति की रिपोर्ट मिलने तक राज्य सरकार कोई फैसला नहीं ले सकती है। कुंटे समिति अपने अध्ययन के बाद विलय को लेकर जो रिपोर्ट देगी उसको सरकार स्वीकार करेगी। लेकिन तब तक हड़ताल जारी रखना कर्मचारियों के हित में नहीं है। परब ने कहा कि विलय के मांग के अलावा एसटी कर्मचारियों की अन्य कोई मांग हो तो सरकार उस पर चर्चा के लिए तैयार है। लेकिन कर्मचारी पहले हड़ताल को खत्म करें। एक सवाल के जवाब में परब ने कहा कि एसटी की बस पर पथराव करने वाले कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है।
19 हजार 163 कर्मचारी काम पर लौटे
एसटी कर्मियों के हड़ताल के बीच सोमवार को 19 हजार 163 कर्मचारियों ने सेवाएं दी। जबकि 73 हजार 103 कर्मचारी हड़ताल में शामिल रहे। सोमवार को दिन भर में हड़ताल में शामिल 1088 कर्मचारियों को निलंबित किया गया। वहीं 254 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया। राज्य में अब तक 7 हजार 585 कर्मचारियों को निलंबित किया जा चुका है। 1779 कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी गई है।
Created On :   29 Nov 2021 8:45 PM IST