नागपुर में खुलेगा विधान मंडल सचिवालय, अबतक अधिवेशन में ही खुलता था

Legislature secretariat will open in Nagpur
नागपुर में खुलेगा विधान मंडल सचिवालय, अबतक अधिवेशन में ही खुलता था
नागपुर में खुलेगा विधान मंडल सचिवालय, अबतक अधिवेशन में ही खुलता था

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधानसभा अधिवेशन के समय नागपुर में स्थित विधान मंडल का सचिवालय अब वर्ष भर यहां खुला रहेगा। विधान मंडल के स्थायी सचिवालय का शुभारंभ 4 जनवरी को दोपहर 1.30 बजे किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले की पहल पर यह सचिवालय शुरू किया जा रहा है। खास बात यह है कि सरकार के इस पहल से सीधे तौर पर आम जनता को कोई लाभ नहीं मिलने वाला है। हां, विदर्भ के विधानसभा सदस्यों, विधान परिषद सदस्यों व विविध विभागों से जुड़े अधिकारियों को जरूर इसका लाभ मिलेगा। इन लोगों को आवश्यक सेवाएं व जानकारियां यहीं से उपलब्ध हो सकेंगी। आम नागरिकों व संगठनों को पहले की तरह ही मंत्रालय से संबंधित कामों के लिए साल भर मुंबई विधान मंडल सचिवालय तक भटकना पड़ेगा। गृह, कृषि, राजस्व,वित्त जैसे सभी विभागों की फाइलें मुंबई में ही रहेंगी। नागपुर में होनेवाले अधिवेशनों के समय ही यहां फाइल आएगी। शेष समय में सबकुछ मुंबई से तय होगा। 

विधान मंडल सचिवालय की छोटी इकाई

नागपुर विधानभवन में शुरू होनेवाला सचिवालय विधानमंडल सचिवालय की छोटी इकाई स्वरूप में रहेगा। एक कक्ष से ही सारा कामकाज होगा। 5 से 7 लोगों का स्टाफ होगा। एक अवर सचिव, एक सेक्शन आफिसर, एक क्लर्क व दो आईटी एक्सपर्ट स्टाफ में शामिल रहेंगे। विधानमंडल के अधिवेशन के अलावा अन्य समय में विधानसभा सदस्यों, विधान परिषद सदस्यों व विविध विभागों से जुड़े अधिकारियों को आवश्यक सेवाएं व जानकारियां इस कक्ष से उपलब्ध  होंगी।

इस सचिवालय का काम केवल सूचना प्रेषक के तौर पर होगा। विधानसभा सदस्य , विधान परिषद सदस्य को अधिवेशन के समय या उसके बाद विधान मंडल से संबंधित विविध कामों के लिए मुंबई स्थित विधान मंडल सचिवालय में संपर्क करना पड़ता है।

विधानमंडल के दोनों सदन में पूछे जाने वाले प्रश्नों के लिए सचिवालय में आवेदन करना पड़ता है। विधान मंडल व विविध विभागों के मामले में आवश्यक होने पर जानकारी के लिए सचिवालय से संपर्क करना पड़ता है। नागपुर का विधान मंडल सचिवालय विदर्भ के विधान मंडल सदस्यों के लिए विधान मंडल कामकाज संबंधी मामले में सहायक हो सकता है।

अधिवेशन के बाद बंद हो जाता था यहां का सचिवालय

नागपुर में विधान मंडल का शीतकालीन अधिवेशन होता है। विशेष स्थिति में मानसून अधिवेशन भी हुए हैं। अधिवेशन के बाद यहां का सचिवालय बंद कर दिया जाता है। सचिवालय से संबंधित कार्यों के लिए नागरिकों को मुंबई जाना पड़ता है। विधानसभा अध्यक्ष पटोले ने विधान परिषद के सभापति रामराजे निंबालकर के साथ मिलकर सचिवालय को नागपुर में स्थायी तौर पर रखने का निर्णय लिया है। राष्ट्रकुल संसदीय मंडल कक्ष पहला माला पुराना विधानभवन में यह सचिवालय होगा। शुभारंभ कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले व विधान परिषद के सभापति रामराजे निंबालकर उपस्थित रहेंगे। विधानमंडल के सचिव राजेंद्र भागवत ने यह जानकारी दी। विधानसभा अध्यक्ष का संपर्क कार्यालय सूत्र के अनुसार, विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले का संपर्क कार्यालय भी नागपुर में रहेगा।  स्थायी कार्यालय के संबंध में तैयारी की जा रही है। सचिवालय के शुभारंभ के समय कार्यालय के संबंध में अधिकारिक जानकारी सामने आ सकती है। 

विधान मंडल संबंधी मिलेगी सेवा

नीलेश मदाने, जनसंपर्क अधिकारी, विधान मंडल सचिवालय मुंबई के मुताबिक नागपुर में विधान मंडल सचिवालय छोटे स्वरूप का रहेगा। लेकिन इससे विधान मंडल के कामकाज संबंधी सेवा मिलेगी। मुंबई के सचिवालय से यह कक्ष जुड़ा रहेगा। विदर्भ के विधान मंडल सदस्यों के लिए यह कक्ष निश्चित ही महत्वपूर्ण साबित होगा।

मुंबई में वर्ष भर चलनेवाले विविध विभागों से संबंधित सचिवालय की तरह नागपुर में सचिवालय बनाने की योजना बनाई गई थी। उस प्रोजेक्ट में से कुछ को राज्य सरकार ने स्वीकृत भी कर लिया था। लेकिन सचिवालय निर्माण का मामला लंबित रह गया। विदर्भ के प्रतिनिधि के तौर पर तत्कालीन मुख्यमंत्री देेवंेद्र फडणवीस के सामने योजना का प्रस्ताव रखनेवाले तत्कालीन विधान परिषद के उपसभापति माणिकराव ठाकरे भी विदर्भ के ही थे। सरकार बदलने के बाद विपक्ष विदर्भ के विकास मामले में अनदेखी का आरोप लगा रहा है। इसमें नागपुर में फुलटाइम सचिवालय निर्माण का लंबित मामला भी शामिल है।  

Created On :   26 Dec 2020 5:05 PM IST

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