72 घंटे में कई ठिकाने बदलने के बाद वेटरनरी कालेज कैंपस से निकला तेंदुआ 

Leopard comes out of Veterinary College campus after changing its hideout in 72 hours
72 घंटे में कई ठिकाने बदलने के बाद वेटरनरी कालेज कैंपस से निकला तेंदुआ 
72 घंटे में कई ठिकाने बदलने के बाद वेटरनरी कालेज कैंपस से निकला तेंदुआ 

लोगों ने मिलिट्री हॉस्पिटल के पीछे से होकर जंगल की ओर जाते हुए देखा
डिजिटल डेस्क जबलपुर । 
पिछले तीन दिन से वेटरनरी कैंपस में लुका छिपी करने और कई ठिकाने बदलने वाला तेंदुआ मंगलवार की सुबह पेंटीनाका स्थित सेंट जोसफ स्कूल के सामने फुटबॉल ग्राउंड में कई लोगों को दिखा। चश्मदीदों के मुताबिक तेंदुआ मैदान से मिलिट्री हॉस्पिटल से लगे खेतों की तरफ जाते हुए देखा गया।  ऐसा अनुमान है कि तेंदुआ इसी रूट से वापस जंगल पहुँच गया है। इधर वेटरनरी कैंपस में दहशत का माहौल बना हुआ है, क्योंकि डीन बंगले में तेंदुए के पग मार्क पाए गए थे। कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरों में तस्वीरें कैद हुई हैं। रेस्क्यू टीम के पेट्रोलिंग के साथ ही पिंजरे और ट्रैप कैमरे लगाकर तेंदुए को लोकेट करने में जुटी हुई है। 
ऐसा था घटनाक्रम 
रविवार की सुबह पौने 6 बजे वेटरनरी कैंपस में रहने वाले िवनीत ने सबसे पहले तेंदुए को देखा था। विनीत की निशानदेही पर वन विभाग की टीम पहुँची थी। लेकिन तेंदुए की मौजूदगी के कोई प्रमाण नहीं मिले थे, इसी बीच रविवार की रात करीब 12 बजे तेंदुआ सर्किट हाउस क्रमांक 1 में पहुँच गया और फिर तलाशी अभियान चलाया गया। 
शनिवार की रात गैरीसन ग्राउंड के पास नजर आया 8 शनिवार की रात करीब 1 बजे सदर से सिविल लाइन्स जा रहे अंशु कनौजिया और मनीष को गैरीसन ग्राउंड के पास तेंदुआ नजर आया था। उनके अनुसार कोबरा कैंटीन से सेंट थॉमस स्कूल के बीच डिवाइडर से छलांग मारकर तेंदुए ने रोड क्रॉस की थी। 
तेंदुओं ने बनाया नया कॉरीडोर 
वन्य प्राणी विशेषज्ञ मनीष कुलश्रेष्ठ के अनुसार ईडीके, डुमना, बरगी और बरेला के जंगलों में काफी संख्या में तेंदुए मौजूद हैं। बांधवगढ़ और कान्हा की कनेक्टिवटी भी सालों पुरानी है। लेकिन बरेला से बरगी के बीच नया हाईवे बनने के बाद कई जंगली रास्ते खत्म होने से तेंदुओं के लिए एक नया कॉरीडोर बन गया, जो बांधवगढ़ से सिहोरा, डुमना, रिज रोड, आर्मी एरिया, छेवला गाँव से ठाकुरताल की पहाड़ी और बरगी होते हुए कान्हा के जंगलों से सीधा जुड़ता है। पहले तेंदुए डुमना से ईडीके जंगलों तक ही सीमित रहते थे, लेकिन इंसानों की आवाजाही बढऩे के कारण  ठाकुरताल, मदन महल की तरफ पलायन शुरू कर दिया है। 
इसलिए पहुँच सकता है वेटरनरी कैंपस 
 विशेषज्ञों का अनुमान है कि तेंदुआ रात 1 से 3 बजे के बीच शिकार और ठिकाने बदलने के लिए मूवमेंट करते हैं, शनिवार की रात भी तेंदुआ अपने रास्ते पर चल रहा था, लेकिन सदर में अग्नि हादसा होने के कारण देर रात तक काफी हलचल थी, जिसके कारण दहशत में वो अपने रूट से भटककर वेटरनरी कैंपस पहुँच गया होगा। 
 

Created On :   28 Oct 2020 8:19 AM GMT

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