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नयागाँव में पहली बार ट्रैप कैमरे में कैद हुईं तेंदुए की तस्वीरें

सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर प्रयास हुए तेज
डिजिटल डेस्क जबलपुर । एमपीईबी नयागाँव क्षेत्र में वन विभाग द्वारा लगाए गए ट्रैप कैमरे में पहली बार तेंदुए की तस्वीरें कैद हुईं हैं। शनिवार की रात करीब 2 बजे ठाकुरताल की पहाड़ी पर लगे कैमरे में तेंदुए को मूव करते हुए देखा गया, कैमरे में दिखने वाला तेंदुआ जवान और आक्रमण के मूड में नजर आ रहा है। अभी तक वन विभाग के पास तेंदुए की मौजूदगी के अधिकृत प्रमाण नहीं थे, जिसके कारण कारगर रेस्क्यू को लेकर कानूनी बाधाएँ थीं, लेकिन अब अधिकृत पुष्टि होने के बाद प्रशासनिक स्तर पर लोगों की सुरक्षा से जुड़े प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
इस मामले में वन्य प्राणी विशेषज्ञ और मानव अधिकार संगठनों ने भी अपने-अपने मत रखे हैं। वन्य प्राणी विशेषज्ञ वन क्षेत्र में किसी भी तरह की छेड़छाड़ का विरोध कर रहे हैं, वहीं नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच संगठन ने तेंदुए से मची दहशत को लेकर प्रदेश के मुख्य सचिव व वन विभाग सचिव को शिकायत भेजकर रहवासियों की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने की माँग की है। नयागाँव सोसायटी के अध्यक्ष रजत भार्गव, मंच के डॉ. पीजी नाजपांडे, अनिल पचौरी, पंकज अग्रवाल के साथ एक प्रतिनिधि मंडल ने शनिवार को कलेक्टर भरत यादव से मुलाकात की। श्री यादव ने दहशत की बात पर सहमति जताई, लेकिन तेंदुए को पकडऩे के लिए समय माँगते हुए लोगों को धैर्य और सावधानी रखने की सलाह भी दी।
शावकों की सुरक्षा बड़ी जिम्मेदारी
सूत्रों का कहना है कि नर व मादा जवान तेंदुए को पकडऩे से ज्यादा वन विभाग पर उनके दो शावकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। अगर नर या मादा तेंदुए पकड़ लिए जाते हैं तो उनके शावकों की जान पर खतरा बढ़ जाएगा, क्योंिक ठाकुरताल की पहाड़ी पर जहाँ अभी माँ के साथ तेंदुए नजर आए हैं, वहाँ लकड़बग्घे और जंगली सुअरों की तादाद ज्यादा है। यही वजह है कि वन विभाग की टीमें भी नर तेंदुए के रेस्क्यू पर ज्यादा फोकस कर रहीं हैं।
Created On :   6 Jan 2020 2:23 PM IST