दो लाख किसानों पर 1377.56 करोड़ का कर्ज, वित्त मंत्रालय ने तलब की रिपोर्ट

दो लाख किसानों पर 1377.56 करोड़ का कर्ज, वित्त मंत्रालय ने तलब की रिपोर्ट
दो लाख किसानों पर 1377.56 करोड़ का कर्ज, वित्त मंत्रालय ने तलब की रिपोर्ट

डिजिटल डेस्क, सतना। जिले के तकरीबन 2 लाख किसानों पर कृषि ऋण के मद में 1377 करोड़ 56 लाख 41 हजार की भारी भरकम रकम वर्षों से बकाया है। किसानों के इन्हीं कर्जों की माफी के चुनावी वायदों की दम पर प्रदेश के सिंहासन तक पहुंची कांग्रेस अंतत: क्या कदम उठाती है? ये तो वक्त बताएगा, लेकिन राज्य के वित्त मंत्रालय ने सभी बैंकों से  24 घंटे के अंदर कृषि ऋण का ब्यौरा तलब कर सरगर्मियां बढ़ा दी हैं। जिम्मेदार सूत्रों ने बताया कि  वित्त मंत्रालय ने 32 बिंदुओं पर जानकारी चाही है। इसमें लघु, सीमांत, वृहद और डिफाल्टर प्रकृति के सभी ऋणी किसानों का ब्यौरा शामिल है।

27 बैंक और 189 ब्रांच    
जिले में 3 लाख 12 हजार कृषक परिवार बसते हैं। इनमें से केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) पर आधारित ऋणी किसानों की तादाद तकरीबन 2 लाख 8 हजार है। 30 जून 2018 की स्थिति में इन किसानों पर कृषि ऋण के मद में 1377 करोड़ 56 लाख 41 हजार रुपए बकाया है। इतना ही नहीं इन्हीं कर्जदार किसानों में 60 फीसदी किसान  जिले के 27 बैंक की 189 ब्रांच में डिफाल्टर हैं। जिले में खेती का कुल रकबा 4 लाख 16 हजार हेेक्टेयर है, लेकिन इस साल अल्प वर्षा के कारण कृषि विभाग ने रबी की खेती के लिए सिर्फ 3 लाख 22 हजार हेक्टेयर पर ही बोनी का लक्ष्य रखा है।

एक नजर में
* कुल कृषक परिवार : 3 लाख 12 हजार
* कर्जदार किसान : 2 लाख 8 हजार
* इनमें डिफाल्टर : 60 फीसदी
* बकाया रकम : 1377 करोड़ 56 लाख 41 हजार  
* खेती का कुल रकबा : 4 लाख 16 हजार हे.   
*अबकि रबी की बोनी का लक्ष्य: 3 लाख 22 हजार हे.
* वजह : अल्पवर्षा   

सिर्फ 40 फीसदी किसान ही लौटा पाए थे  मूलधन
कभी सूखा तो कभी ओला-पाला और इसी बीच खेती को लाभ का धंधा बनाने की भाजपा सरकार की बड़ी-बड़ी बातों के बीच जिले के किसानों की आर्थिक हैसियत किस कदर खत्म हो चुकी है,अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि मूलधन जमा करने पर ब्याज में शत-प्रतिशत छूट देने की शासन की योजना के बाद भी महज 40 प्रतिशत किसान ही मूलधन जमा कर पाए।

फैक्ट फाइल  
* इलाहाबाद बैंक    335 करोड़ 74 लाख 67 हजार
* डीसीसीबी          309 करोड़ 76 लाख
* मध्यांचल बैंक      249 करोड़ 27 लाख  
* एसबीआई          194 करोड़ 13 लाख 21 हजार
* यूबीआई             73 करोड़ 2 लाख 11 हजार  
* एचडीएफसी        49 करोड़ 81 लाख 5 हजार
* केनरा बैंक          31 करोड़ 25 लाख 65 हजार
* पंजाब नेशनल बैंक          27 करोड़ 25 लाख 21 हजार  
* आईसीआईसीआई          23 करोड़ 52 लाख 35 हजार
* डीसीसीए एंड आरबीबी          22 करोड़ 19 लाख  
* आईडीबीआई          17 करोड़ 45 लाख
* कारपोरेशन बैंक           12 करोड़ 66 लाख 96हजार
* सेंट्रल बैंक आफ इंडिया          10 करोड़ 85 लाख  
* बैंक आफ बड़ौदा          7 करोड़ 68 लाख 58 हजार
* बैंक आफ इंडिया         6 करोड़ 12 लाख 35 हजार
* यूको बैंक         5 करोड़ 89 लाख  
* बैंक आफ महाराष्ट्र         5 करोड़ 58 लाख    
* पंजाब एंड सिंध बैंक          4 करोड़ 58 लाख 21 हजार  
* देना बैंक          4 करोड़ 42 लाख 32 हजार  
* यूनाइटेड बैंक          4 करोड़ 22 लाख 32 हजार
* सिंडीकेट बैंक          2 करोड़ 14 लाख 34 हजार  
* ओबीसी          1 करोड़ 99 लाख 54 हजार
* इंडियन बैंक          1 करोड़ 89 लाख 24 हजार   
* एक्सिस बैंक          1 करोड़ 52 लाख 37 हजार  
* विजया बैंक          1 करोड़ 2 लाख 32 हजार    
* अन्य एमएफआई          97 लाख 31 हजार
* इंडस इंड बैंक          34 लाख
* आईओबी          31 लाख 24 हजार   
   (30 जून 2018 की स्थिति में)

Created On :   14 Dec 2018 1:41 PM GMT

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