मुकुंदपुर में बनेगा स्थानीय पुरातत्व संग्रहालय - बिखरी पड़ी प्राचीन प्रतिमाओं का होगा संरक्षण

Local Archaeological Museum to be built in Mukundpur - ancient statues scattered will be preserved
मुकुंदपुर में बनेगा स्थानीय पुरातत्व संग्रहालय - बिखरी पड़ी प्राचीन प्रतिमाओं का होगा संरक्षण
मुकुंदपुर में बनेगा स्थानीय पुरातत्व संग्रहालय - बिखरी पड़ी प्राचीन प्रतिमाओं का होगा संरक्षण

डिजिटल डेस्क सतना। जिले के मुकुंदपुर में जल्दी ही पुरातत्व विभाग का संग्रहालय होगा। जिसमें बिखरी पड़ी पाषाण प्रतिमाओं को एकत्र कर संरक्षित किया जाएगा।  जिससे मुकुंदपुर चिडिय़ाघर आने वाले देशी और विदेशी पर्यटक इस संग्रहालय में प्रतिमाओं के माध्यम से विंध्य का प्राचीन इतिहास जान सकें। उल्लेखनीय है कि सतना में रामवन और रीवा के व्यंकट भवन के बाद इस क्षेत्र का यह तीसरा संग्रहालय होगा। रीवा जिले में अभी जो पुरातात्विक महत्व की कल्चुरीकालीन प्रतिमाएं जगह-जगह बिखरी मिलती हैं, उन्हें व्यंकट भवन संग्रहालय में लाकर संरक्षित किया जाता है। जबकि सतना जिले में गांव-गांव में मिलने वाली पाषाण प्रतिमाओं को रामवन संग्रहालय में ले जाया जाता है। लेकिन अब इन स्थानों में जो बिखरी प्रतिमाएं मिलेंगी, उन्हें मुकुंदपुर में बनने वाले स्थानीय संग्रहालय में ले जाकर संरक्षित किया जाएगा।  पुरातत्व से जुड़े सूत्रों की मानें तो  सतना और जिले के गांवों में अभी भी काफी संख्या में पुरातात्विक महत्व की प्रतिमाएं पड़ी हैं, जो देखरेख और रख-रखाव न हो पाने की वजह से या तो चोरी हो रही हैं या फिर क्षतिग्रस्त होती जा रही हैं।  इस स्थानीय संग्रहालय के बन जानेके बाद इन प्रतिमाओं का संरक्षण हो सकेगा। बताया गया है कि मुकुंदपुर चिडिय़ाघर में काफी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं। जिसमें देशी के साथ विदेशी पर्यटक भी शामिल होते हैं। जिससे माना जा रहा है कि इस स्थानीय संग्रहालय में आने वाले लोगों की संख्या अच्छी खासी रहेगी।
मदद करेगा गाइड :--------
मुकुंदपुर के स्थानीय पुरातत्व संग्रहालय में आने वाले लोग प्राचीन प्रतिमाओं के संबंध में जानकारी ले सकें इसके लिये यहां गाइड की व्यवस्था भी की जाएगी। जिससे यहां कार्यरत गाइड लोगों को प्रतिमाओं के साथ-साथ विंध्य के प्राचीन इतिहास की भी जानकारी दे सके। गाइड की व्यवस्था पुरातत्व विभाग द्वारा कराई जाएगी।
 भवन निर्माण पर खर्च होंगे 11 लाख :----------
स्थानीय संग्रहालय भवन की लागत 11 लाख है। यहां एक बड़े हाल के अलावा बरामदा का भी निर्माण कराया जाएगा। इस संबंध में उप संचालक पुरातत्व जबलपुर डॉ.पीसी महोबिया का कहना है कि शुरूआती स्थिति में हाल और बरामदा बनाया जा रहा है। इसके बाद यहां प्रतिमाओं के प्रदर्शन के लिये पैडिस्टल का निर्माण भी कराया जाएगा।

 

Created On :   26 Dec 2020 3:36 PM IST

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