जुए में रुपए हारा - दोस्त की माँ ने नहीं दिए उधार तो कर दी थी हत्या 

Lose money in gambling - friends mother did not lend, she was murdered
जुए में रुपए हारा - दोस्त की माँ ने नहीं दिए उधार तो कर दी थी हत्या 
जुए में रुपए हारा - दोस्त की माँ ने नहीं दिए उधार तो कर दी थी हत्या 

डिजिटल डेस्क जबलपुर। शहपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम भीटा में विगत 1 नवम्बर की रात्रि, 50 वर्षीय महिला राधा बाई कुशवाहा की गला रेतकर हत्यार कर दी गयी थी। महिला की अंधी हत्या किए जाने के मामले में पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस को हत्या का सुराग नहीं लग पा रहा था। काफी मशक्कत  के बाद पुलिस ने मृतका के पुत्र के दोस्त को पकड़कर  उससे पूछताछ की तो उसने हत्या करना कबूल किया।
दोस्त की माँ थी मृतका
 आरोपी ने बताया कि वह जुए में रुपए हार गया था और हार को कवर करने के लिए वह महिला से रुपए माँगने गया था, रुपए नहीं मिलने के कारण उसने चाकू से गला रेतकर महिला की हत्या कर दी थी।    इस संबंध में पाटन एसडीओपी रोहित काशवानी ने बताया कि महिला राधा बाई कुशवाहा की गला रेतकर हत्या किए जाने के मामले की जाँच के दौरान संदेह के आधार पर गाँव में रहने वाले राहुल झारिया उम्र 19 वर्ष को पकड़ा और उससे सघन पूछताछ की गयी तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी ने बताया कि उसकी मृतका राधा बाई के पुत्र अभिषेक से दोस्ती थी और उसका उनके घर आना जाना था। वह जुए में काफी रुपए हार गया था और हार को कवर करने के लिए उसने अभिषेक से कुछ रुपए उधार माँगे थे। अभिषेक ने रुपए देने से मना कर दिया और उसकी माँ ने भी रुपए नहीं दिए थे।  इसी के चलते वह परेशान था और घटना दिनांक की रात वह अभिषेक के घर पहुँचा, वहाँ पर उसकी माँ सो रही थी। आहट होने पर वह जाग गयी थी जिसके बाद उसने चाकू से उनकी हत्या कर दी और फरार हो गया। आरोपी द्वारा जुर्म कबूल किए जाने के बाद पुलिस ने उसके पास से हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद किया है। 
कई बदमाशों से की पूछताछ 
 अंधी हत्या का खुलासा होने पर टीआई आर के गौतम ने बताया कि महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने गाँव व आसपास के क्षेत्रों में करीब एक सैकड़ा गुंडा-बदमाशों व शराब बेचने वालों को पकड़कर पूछताछ की थी, लेकिन आरोपी का पता नहीं लग सका था। जाँच में पता चला कि गाँव का राहुल झारिया अपने पास एक चाकू रखता है उस आधार पर उसे पकड़कर पूछताछ किए जाने पर उसने अपना जुर्म कबूल किया। 
गाँव में ही घूमता रहा आरोपी 
 जानकारों के अनुसार मृतका अपने मायके में अकेली रहती थी और पति गोटेगाँव में ढाबा चलाता था। 31 अक्टूबर को मृतका का पति और पुत्र अभिषेक बस से गोटेगाँव रवाना हुए थे।   उन्हें छोडऩे के िलए आरोपी राहुल भी बस स्टैण्ड गया था। पति व पुत्र के जाते ही अगले दिन उसने वारदात को अंजाम दिया और मृतका के अंतिम संस्कार में भी वह शामिल हुआ था। वारदात के बाद भी वह लगातार गाँव में ही घूम रहा था।
 

Created On :   16 Dec 2019 1:32 PM IST

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