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ऑक्सीजन के लिए उद्धव ने मोदी को किया था फोन, नहीं हो सकी बात
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य को इस समय ऑक्सीजन की सख्त आवश्यकता है और वर्तमान में उत्पादित सभी ऑक्सीजन का उपयोग चिकित्सा उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा के दौरान कहा कि रोगियों की संख्या को देखते हुए अधिक महाराष्ट्र को और ऑक्सीजन की आवश्यकता है। इसलिए हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी सूचित किया है।शुक्रवार की शाम को प्रधानमंत्री से संपर्क किया गया था लेकिन पश्चिम बंगाल के चुनाव में व्यस्त होने के कारण उनसे बातचीत नहीं हो सकी। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र को केंद्र की ओर से पूरा सहयोग मिल रहा है। भविष्य में कोविड की और कितनी लहरें आयेंगी, यह आज नहीं कहा जा सकता।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने इस बात के लिए प्रधानमंत्री की आलोचना कि की देश में कोरोना संकट इतना बढ़ने के बावजूद पीएम पश्चिम बंगाल के चुनाव प्रचार में व्यस्त है।
महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की मांग व उपलब्धता की स्थिति को देखते हुए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा हर्षवर्धन से मांग की है कि उन्हें दूसरे राज्यों से रेलवे के जरिए ऑक्सीजन लाने की अनुमति दी जाए। और इस संबंध में रेलवे को जरूरी निर्देश देने का निवेदन किया गया हैं। ताकि ऑक्सीजन के पहुंचने में लगने वाले समय को कम किया जा सके। टोपे ने केंद्रीय मंत्री से राज्य की दवा निर्माता कंपनियों को रेमडेसिवीर इंजेक्शन बनाने की मंजूरी प्रदान करने की मांग की है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा हर्षवर्धन ने शनिवार को देश के सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से ऑनलाईन संवाद साधा। इस दौरान महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति की जानकारी देते हुए टोपे ने राज्य में ऑक्सीजन,टीके व रेमडेसिवीर की कमी के मुद्दे को उठाया। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री कोरोना के बदलते स्वरुप के बारे में लेकर भी चर्चा की।
बैठक के बारे में जानकारी देते हुए टोपे ने कहा कि केंद्रीय गृह विभाग के सचिव ने सभी राज्यों को पत्र लिखकर आगाह किया है कि महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए दूसरे राज्यों से महाराष्ट्र के लिए ऑक्सीजन ले जा रहे वाहनों को रोका न जाए। उन्होंने कहा कि हवा से ऑक्सीजन को अवशोषित करनेवाले उपकरण केन्द्र सरकार की ओर से दिए जाएंगे। देशभर में ऑक्सीजन के 132 प्लांट लगाए जाएंगे। महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति को देखते हुए यहां ज्यादा प्लांट लगाए जाए। यह मांग भी केंद्र सरकार से की गई है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि रेमडेसिवीर के राज्य में उत्पादन की मंजूरी के विषय में वे केंद्रीय विधि व न्याय विभाग से चर्चा करेंगे। श्री टोपे ने कहा कि हमने मांग की है कि रेमडेसिवीर के निर्यात पर रोक के बाद जो स्टॉक बचा है उसमें से ज्यादा रेमडेसिवीर के इंजेक्शन महाराष्ट्र को दिए जाए।इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा कोरोना के टीके महाराष्ट्र को देने की मांग की गई है। क्योंकि हम रोजाना आठ लाख टीकाकरण कर सकते हैं। इसलिए जितने ज्यादा टीके मिलेंगे उतना ज्यादा टीकाकरण किया जा सकेगा।
महाराष्ट्र को रेमडेसिविर की आपूर्ति सुनिश्चित करना केन्द्र की प्राथमिकता : मांडविया
उधर नई दिल्ली में केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने रेमडेसिविर की आपूर्ति को लेकर महाराष्ट्र सरकार के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार रेमडेसिविर को लेकर महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है और राज्य को हरसंभव रेमडेसिविर की आपूर्ति की जा रही है। मांडविया ने कहा कि देश में रेमडेसिविर के उत्पादन को दोगुना करने के लिए सरकार ने निर्माण क्षमता बढ़ाने के वास्ते 12 अप्रैल के बाद 20 और संयंत्रों को अनुमति प्रदान कर दी है। उन्होने कहा कि महाराष्ट्र के लोगों को रेमडेसिविर की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करना केन्द्र सरकार की प्राथमिकता है। सरकार के रिकार्ड के अनुसार वहां ईओयू की केवल एक इकाई और एसईजेड में एक इकाई है। सरकार ने रेमडेसिविर के सभी निर्माताओं तक अपनी पहुंच बनाई हुई है। कोई खेप फंसी नहीं है।
Created On :   18 April 2021 2:57 PM IST