- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- रेप-हत्या के मामलों में महाराष्ट्र...
रेप-हत्या के मामलों में महाराष्ट्र अव्वल, दूसरे नंबर पर मध्यप्रदेश और तीसरे पर है यूपी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस जैसी घटनाएं महाराष्ट्र में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। गृहमंत्री अनिल देशमुख भी इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साध रहे हैं, लेकिन राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के हालया आंकड़े कुछ अलग कहानी बयां कर रहे हैं। पिछले साल महिलाओं के साथ बलात्कार या सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में ही सामने आएं हैं। राज्य में साल 2019 में 47 ऐसी वारदातें हुईं हैं, जब अपराधियों ने महिलाओं के साथ रेप के बाद उनकी जान ले ली।
इन राज्यों में महिलाओं से बलात्कार/सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या की घटनाएं सबसे ज्यादा
महाराष्ट्र -47, मध्य प्रदेश-37, उत्तर प्रदेश-34, असम-26, कर्नाटक-23, तेलंगाना-20
महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित राज्य
राज्य दर्ज मामले
उत्तर प्रदेश 59853
राजस्थान 41550
महाराष्ट्र 37144
उत्तर प्रदेश और राजस्थान के बाद महाराष्ट्र में ही सबसे ज्यादा महिलाएं अपराधियों का शिकार बनीं हैं। राज्य में पिछले साल 37144 महिलाएं अपराधियों का शिकार बनीं हैं। जबकि साल 2017 में यह आंकड़ा 35497 और 2017 में 31979 था। साल 2019 में देश के कुल 29 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों में 4 लाख 5 हजार 861 महिलाएं अपराधियों का शिकार बनीं। इसमें सबसे ज्यादा 59853 मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज हुए जबकि राजस्थान दूसरे नंबर पर रहा जहां महिलाओं के खिलाफ अपराध के 41550 मामले सामने आए। देशभर में दर्ज हुए कुल अपराधों के मामले में भी 5 लाख 9 हजार 433 मामलों के साथ महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर रहा।
दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है, जहां पिछले साल 37 महिलाओं की बलात्कार के बाद हत्या की गई। उत्तर प्रदेश में भी बलात्कार के बाद पीड़िता की हत्या के 34 मामलों में 35 पीड़िताओं को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इस लिहाज से उत्तर प्रदेश महिलाओं के बलात्कार के बाद हत्या के मामले में तीसरा सबसे खराब रिकॉर्ड वाला राज्य है। महिलाओं के खिलाफ हुए कुल अपराध के मामले में भी राज्य की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है।
Created On :   1 Oct 2020 6:57 PM IST