प्रभारी मंत्री की अनुशंसा पर हुए तबादलों में तिकड़मबाजी, ताक पर नियम 

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महिला एवं बाल विकास विभाग में जमकर चल रही भर्राशाही प्रभारी मंत्री की अनुशंसा पर हुए तबादलों में तिकड़मबाजी, ताक पर नियम 


डिजिटल डेक्स सिवनी। जिले के प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा के अनुमोदन पर महिला एवं बाल विकास विभाग में हुए सुपरवाइजरों(पर्यवेक्षकों) के तबादले में तिकड़मबाजी शुरू हो गई है। कुरई परियोजना की अधिकारी ने सिवनी से स्थानांतरित होकर गई सुपरवाइजर को रिक्त स्थान पर पदस्थ करने की बजाय सेक्टरों में पहले से पदस्थ सुपरवाइजरों को इधर से उधर करने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इससे जुड़ी फाइल कुरई परियोजना से सिवनी स्थित महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी के पास अनुमोदन के लिए पहुंच गई है। इससे जिला कार्यालय में पदस्थ अमला सकते में आ गया है।
क्या है मामला
महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी अभिजीत पचौरी ने पिछले माह 27 अगस्त को जिले की अलग-अलग परियोजनाओं में पदस्थ 13 महिला सुपरवाइजरों का स्थानांतरण आदेश जारी किया था। ये स्थानांतरण आदेश  प्रभारी मंत्री के अनुमोदन के पश्चात निकाले गए थे। आदेश जारी होने के बाद सिवनी शहरी, सिवनी ग्रामीण 1, सिवनी ग्रामीण 2, धूमा, घंसौर, बरघाट, छपारा, लखनादौन व धनौरा परियोजना के स्थानांतरित सुपरवाइजर अपनी-अपनी नई पदस्थापना स्थल पर पहुंच गईं और कार्यभार संभाल लिया, लेकिन सिवनी शहरी से स्थानांतरित होकर कुरई परियोजना पहुंचीं  सुपरवाइजर उषा मैराल को अब तक सेक्टर में तैनात नहीं किया गया है, जबकि स्थानांतरण आदेश जारी हुए लगभग एक माह होने जा रहा है। बताया गया कि कुरई परियोजना का बादलपार सेक्टर में पद रिक्त होने के कारण मैराल का स्थानांतरण सिवनी से किया गया था।
ये हो रही गफलत
यह सामने आया है कि महिला एवं बाल विकास परियोजना कुरई की परियोजना अधिकारी माया ठाकुर द्वारा सुपरवाइजरों के सेक्टरों में फेरबदल का प्रस्ताव तैयार कर जिला कार्यालय भिजवाया है। विभागीय अधिकारी-कर्मचारी ही नियम विरूद्ध बता रहे हैं और कहा जा रहा कि परियोजना अधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी को किसी कर्मचारी के स्थानांतरण का अधिकार नहीं है। किसी भी कर्मचारी-अधिकारी का स्थानांतरण शासन के निर्देश व आदेश पर होता है। इसके बावजूद  कुरई, पीपरवानी सहित अन्य सेक्टर के सुपरवाइजरों को यहां से वहां करने की तैयारी विभागीय स्तर पर कर ली गई है।
इनका कहना है-
अभी भोपाल में हंूं, वापस आकर फाइल देखने के बाद ही ज्यादा जानकारी दी जा सकती है। बिना शासन की स्वीकृति के किसी का एक जगह से दूसरी जगह स्थानांतरण नहीं किया जा सकता।
- अभिजीत पचौरी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग
सुपरवाइजरों एक सेक्टर से दूसरे सेक्टर में तैनात करने का प्रस्ताव तैयार कर जिला कार्यक्रम अधिकारी के अनुमोदन के लिए भेजा गया है। वैसे परियोजना अधिकारी को भी सीधे फेरबदल करने का अधिकार होता है।
- माया ठाकुर, परियोजना अधिकारी कुरई, महिला एवं बाल विकास विभाग
 

Created On :   25 Sept 2021 11:19 PM IST

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