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मराठी अनुवाद विवाद : सुरक्षाकर्मियों ने अनुवादक को रोका, इस कारण हुई देरी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्यपाल सी विद्यासागर राव के अभिभाषण का मराठी में अनुवाद करने के लिए महाराष्ट्र विधानमंडल में पहुंचे अनुवादक श्रीराम केलकर को सुरक्षा कर्मियों ने रोक लिया था। इस कारण केलकर विधानभवन के सेंट्रल हॉल में राज्यपाल के अभिभाषण का मराठी में अनुवाद करने के लिए समय पर नहीं पहुंच पाए। मंगलवार को विधान परिषद में सभापति रामराजे निंबालकर ने यह जानकारी दी। सभापति ने कहा कि सोमवार को राज्यपाल का अभिभाषण दोनों सदनों के सदस्यों को मराठी में न सुनाई देने की घटना के बाद जांच के आदेश दिए गए थे। जांच की प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार राज्य सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशालय (डीजीआईपीआर) के सुझाव पर केलकर को बुलाया गया था।
विप में सभापति ने दी जानकारी
प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री गिरीश बापट के कार्यालय से भेजे गए पत्र के आधार पर केलकर को विधानभवन में आने के लिए प्रवेश पास मिला था। केलकर विधानभवन में पहुंचे थे। वह विधानभवन के सेंट्रल हॉल की ओर जा रहे थे। इसी वक्त राज्यपाल सी विद्यासागर राव भी सेंट्रल हॉल की तरफ प्रस्थान कर रहे थे। राज्यपाल के गुजरने के कारण वहां पर सुरक्षाकर्मियों ने केलकर को रोक लिया। इस कारण केलकर अनुवाद करने के लिए दस मिनट देरी से पहुंचे। सभापति ने कहा कि इस घटना की प्राथमिक जांच के आधार पर यह तथ्य सामने आए हैं।
गहन जांच के बाद संबंधितों के खिलाफ होगी कार्रवाई
इस मामले में अभी और गहराई से जांच होगी। इसके बाद संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। केलकर दूरदर्शन के उद्घोषक हैं। गौरतलब है कि सोमवार को बजट सत्र की शुरुआत में होने वाले राज्यपाल के अंग्रेजी भाषा के अभिभाषण का मराठी भाषा में अनुवाद न सुनाई देने के कारण विपक्ष के सदस्यों ने काफी हंगामा किया था। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को घटना के लिए माफी मांगनी पड़ी थी।
Created On :   27 Feb 2018 7:14 PM IST