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कोरोना पाजिटिव की मां की सेंपलिंग के बाद पीपीई किट नाली में फेंकने पर जिला अस्पताल का मेडिकल आफीसर सस्पेंड...

डिजिटल डेस्क सतना। जिले के उचेहरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ एक नेत्र सहायक में कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद मंगलवार को यहां प्रेम बिहार स्थित आवास में मां के थ्रोट स्वॉब की सेंपलिंग करने पहुंची एक मेडिकल टीम की घोर लापरवाही सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद सीएमएचओ डा.एके अवधिया ने टीम लीडर और जिला अस्पताल के मेडिकल आफीसर डा. चंचल मिश्रा को प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर 15 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है।
क्या है पूरा मामला :---
स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि 26 जुलाई को उचेहरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ एक नेत्र सहायक में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि के बाद यहां सिटी कोतवाली अंतर्गत प्रेम बिहार स्थित नेत्र सहायक के घर और घर के 100 मीटर के दायरे को कंटनेटमेंट एरिया घोषित कर दिया गया था। मंगलवार को इसी कंटनेमेंट एरिया में सर्वे और सेंपिलंग के लिए जिला अस्पताल के मेडिकल आफीसर डा.चंचल मिश्रा और मेल नर्स सर्वेश सिंह के नेतृत्व में एक टीम लगाई गई थी। टीम ने कोरोना पाजिटिव की मां के अलावा 11 अन्य संपर्क के संदेहियों के थ्रोट स्वाब की सेंपलिंग की। आरोप है कि बाद में मेडिकल आफीसर ने अपनी पीपीई किट उतार कर प्रेम बिहार में ही एक नाली में फेंक दी। सोशल मीडिया पर लापरवाही वायरल होने के बाद मेडिकल आफीसर को 15 दिन के अंदर सस्पेंड कर दिया गया।
क्या कहता है नियम :-------
जानकारों के मुताबिक पीपीई किट, कारोना वायरस के संक्रमण के मामले में बेहद ही संवेदनशील बायोमेडिकल वेस्टेज है। इसे नष्ट करने का अपना क्लीनिकल प्रोटोकाल है। इसे पहनने से लेकर उतारने तक की स्पष्ट गाइड लाइन है। बावजूद इसके एक मेडिकल आफीसर से ऐसी लापरवाही की उम्मीद नहीं का जा सकती है। लापरवाही पर निलंबित किए गए मेडिकल आफीसर का तर्क भी कम शर्मनाक नहीं है। डा. मिश्रा के मुताबिक उनसे ये पीपीई किट एक स्वीपर ने डस्ट बिन में फेंकने के लिए मांगी थी और उन्होंने उतार कर दे भी दी।
Created On :   29 July 2020 6:59 PM IST