कृषि विभाग का गबन: लेखापाल से 65 लाख की संपत्ति जब्त

Mismanagement of Agriculture Department: seizure of property worth Rs 65 lakh from Writer
कृषि विभाग का गबन: लेखापाल से 65 लाख की संपत्ति जब्त
कृषि विभाग का गबन: लेखापाल से 65 लाख की संपत्ति जब्त

डिजिटल डेस्क, औरंगाबाद। कृषि विभाग में दो करोड़ 4 लाख 91 हजार 782 रुपए का आर्थिक घोटाला कर ठगी के पैसों से लेखापाल सुनील जाधव के कब्जे से पुलिस ने 42 लाख 47 हजार की गाड़ियां और साथ ही ज्योतिनगर परिसर में 23 लाख से ज्यादा मूल्य का फ्लैट, पुलिस ने जब्त किया। 14 दिन की पुलिस हिरासत खत्म होने के कारण आरोपी जाधव को Judicial हिरासत के तहत जेल भेजने का आदेश First class magistrate अमोल पाटील ने शनिवार को दिया। पुलिस ने बताया कि प्रकरण में शामिल अधिकारी और कर्मचारियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

पुलिस हिरासत के दौरान लेखापाल सुनील जाधव ने अन्य आरोपियों से मिलीभगत कर, कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं के काम के चेक देने के बहाने, चेक पर वरिष्ठ अधिकारियों के जाली हस्ताक्षर कर बैंक से राशि का भुगतान कर, गबन करने की बात स्वीकारी है। गबन का प्रकरण प्रारंभ में  66 लाख 19 हजार रुपए से शुरु हुआ था, अब तक वह दो करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। पुलिस ने ठगी के पैसों से खरीदी बोलेरो जीप, दो बुलेट, मोटर साइकिल, स्कूटी और फ्लैट को जब्त कर लिया है। 

यह है प्रकरण

आत्मा कार्यालय कृषि अभियंता परिसर दरगाह रोड कार्यालय में सुनील जाधव वरिष्ठ क्लर्क और लेखापाल अधिकारी पद पर रहते हुए जाधव ने वर्ष 2008-09 से 2014-15 के दौरान प्रकल्प उपसंचालक पद पर कार्यरत एसवाई शिरडकर, शाम माधव सोलुंके, संजीव गोवर्धन पडवल(जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी), डीआई गायकवाड, पीडी लोणारे के जाली हस्ताक्षर कर विस्तार योजना, क्रपसप, हर्टसप, पाणलोट और अन्य योजना के चेक तैयार कर, उस पर अधिकारियों के जाली हस्ताक्षर कर अलग-अलग राशि का गबन किया। इस संबंधी गबन होने की आशंका जताने जाने पर कृषि आयुक्त के आदेश पर विशेष दस्ते ने प्रकरण की जांच पड़ताल की। तब पाया गया कि कृषि विभाग के अधिकारी, कर्मचारी और बैंक अधिकारियों से मिलीभगत कर जाधव ने 66 लाख 19 हजार रुपए का गबन किया। पुलिस ने मंगलवार 8 अगस्त को अपराध दर्ज कर लेखापाल सुनील जाधव को गिरफ्तार किया था।

Created On :   19 Aug 2017 6:19 PM GMT

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