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मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे को मिली जान से मारने की धमकी, गृहमंत्री से मिले बाला नांदगावकर
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पत्र के जरिए मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे को जान से मारने की धमकी दी गई है। मनसे नेता बाला नांदगांवकर के मुताबिक उनके ऑफिस में एक पत्र भेजकर उन्हें और राज ठाकरे को धमकी दी गई है। नांदगावकर से राज्य के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील से मुलाकात कर उन्हें मामले की जानकारी दी है। इससे पहले मंगलवार शाम को नांदगावकर इस मुद्दे पर मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडे से भी मिले थे और धमकी भरे पत्र को जांच के लिए पत्र को सौंप दिया।
मीडिया से बातचीत में नांदगावकर ने कहा कि अगर राज ठाकरे का बाल भी बांका हुआ तो महाराष्ट्र जल उठेगा राज्य सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए। केंद्र सरकार को भी मामले का संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि जानकारी मिलने के बाद गृहमंत्री वलसे पाटील ने मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे को फोन कर मामले की जांच करने को कहा है। नांदगावकर ने कहा कि पार्टी द्वारा लाउडस्पीकर का मुद्दा उठाए जाने के बाद लगातार धमकियां मिल रही हैं।
इसी कड़ी में हिंदी भाषा में लिखा गया धमकी भरा पत्र मेरे ऑफिस में पोस्ट के जरिए पहुंचा है जिसमें काफी उर्दू शब्दों का भी इस्तेमाल किया गया है। इस पत्र में मेरे साथ-साथ राज ठाकरे को भी जान से मारने की धमकी दी गई है। इसमें लिखा गया है कि अजान को लेकर चल रहा आंदोलन तुरंत खत्म नहीं हुआ तो राज ठाकरे और तुम्हें जान से हाथ धोना पड़ेगा। पत्र किसने भेजा इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि राज ठाकरे और उनके परिवार की सुरक्षा के लिए हम लगातार अपील कर रहे हैं। उम्मीद है राज्य और केंद्र सरकार राज ठाकरे की सुरक्षा को लेकर कदम उठाएंगे।
हमें चुनौती न दें, चूड़ी पहनकर नहीं बैठे हैं-अबू आजमी
समाजवादी पार्टी के नेता अबू आसिम आजमी ने चेतावनी दी है कि मस्जिदों के सामने दोगुनी आवाज में लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा पढ़ने पर एक्शन का रिएक्शन होगा। हमें रोज कोई चुनौती नहीं दे हम कोई चूड़ी पहनकर नहीं बैठे हैं। कोई कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश न करे अगर किसी बात की शिकायत है तो पुलिस के पास जाएं। मस्जिद के सामने दोगुनी आवाज में हनुमान चालीसा का पाठ करने पर प्रतिक्रिया जरूर होगी फिर जो होगा देखा जाएगा। उन्होंने कहा कि राज ठाकरे का अस्तित्व खत्म हो गया है वे किसी तरह राज्य की राजनीति में अपनी जगह खोजने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन राज्य की जनता उनको नकार देगी। अगर लोगों ने इन चीजों को नहीं छोड़ा तो भारत भी श्रीलंका की तरह दीवालिया होने की कगार पर पहुंच जाएगा।
Created On :   11 May 2022 8:59 PM IST