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कोरोना में सबसे ज्यादा नागपुर में बच्चों की हुई मौत

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना संक्रमण के दौरान फरवरी से अगस्त 2021 के बीच सात महीनों में राज्य में पांच साल से कम आयु के 8 हजार 584 बच्चों की मौत हुई। इसमें सबसे ज्यादा 923 बच्चों की मौत नागपुर में हुई है। इस दौरान मुंबई शहर में 792, औरंगाबाद में 587, पुणे में 422 और नाशिक में 417 बच्चों की मौत हुई। विधानसभा में पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री राजेश टोपे ने यह जानकारी दी। भाजपा के सुधीर मुनगंटीवार, संजय केलकर ने कोरोना काल में बच्चों की मौत से जुड़ा सवाल उठाया था जवाब में मंत्री टोपे ने बताया कि कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने के लिए विशेषज्ञों की समिति बनाई गई थी। उसकी सिफारिशों के मुताबिक सरकार ने महिलाओं और बच्चों के लिए कई योजनाएं लागू कीं।
यवतमाल में जल्द पूरा होगा आंगनवाड़ी इमारत का काम
यवतमाल जिले के मारेगांव में स्थित बोदाड में आंगनवाडी की इमारत बनाने के जुड़ी अड़चने दूर कर ली गईं हैं। जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा। अतिक्रमण के चलते काम शुरू होने में देरी हुई। बच्चों के लिए नजदीकी स्कूल के एक कमरे में आंगनवाडी से जुड़ी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। प्रश्नकाल के दौरान विधानसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में महिला एवं बाल विकासमंत्री यशोमति ठाकुर (सोनावणे) ने यह जानकारी दी। भाजपा के संजिवरेड्डी बोदकुरवार, डॉ अशोक उइके के सवाल के जवाब में मंत्री ठाकुर (सोनावणे) ने बताया कि डीपीडीसी की तीन फीसदी निधि की मदद से अगले एक साल में राज्य की आंगनवाड़ियों के अधूरे काम पूरे करने की कोशिश की जाएगी।
सड़को पर जीवन बिता रहे 5153 बच्चे
सर्वे के दौरान राज्य में माता-पिता के साथ सड़कों पर रहने वाले 5153 बच्चे मिले हैं। साथ ही 39 ऐसे बच्चे भी मिले हैं जो अनाथ है इस बच्चों को सीड्ब्ल्यूसी के निर्देश पर अनाथ आश्रमों में भेजा गया है। प्रश्नकाल के दौरान विधानसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में महिला एवं बाल विकास मंत्री यशोमति ठाकुर (सोनावणे) ने यह जानकारी दी। समाजवादी पार्टी के रईस शेख, भाजपा के आशीष शेलार आदि सदस्यों के सवाल के जवाब में मंत्री ठाकुर (सोनावणे) ने बताया कि राज्य में 195 हॉटस्पॉट की पहचान की गई है जहां बच्चे सड़क पर ज्यादा पाए जाते हैं। गृहविभाग की नजर से यहां नजर रखी जा रही है।
गडचिरोली के स्वास्थ्यकर्मियों का हुआ वेतन भुगतान
गडचिरोली जिले के स्वास्थ्य कर्मियों का दिसंबर 2021 तक का बकाया वेतन चुका दिया गया है। 25 जनवरी को निधि उपलब्ध होने के बाद जुलाई से दिसंबर तक के बकाया वेतन का भुगतान कर दिया गया। इसके बाद के महीनों बचे हुए वेतन के भुगतान के लिए 1.59 करोड़ की निधि की व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री राजेश टोपे ने प्रश्नकाल के दौरान विधानसभा में यह जानकारी दी। भाजपा के देवराव होली के सवाल के जवाब में मंत्री टोपे ने बताया कि राज्य में 1800 डॉक्टरों की नियुक्ति कर दी गई है बाकी खाली पदों पर भी नियुक्तियों की प्रक्रिया जारी है।
Created On :   16 March 2022 9:03 PM IST