दुधमुँही बच्ची का गला घोंटकर माँ ने लगाई फांसी

Mother hangs her strangled milkman
दुधमुँही बच्ची का गला घोंटकर माँ ने लगाई फांसी
दुधमुँही बच्ची का गला घोंटकर माँ ने लगाई फांसी

डिजिटल डेस्क जबलपुर। रांझी मानेगाँव चम्पा नगर में कमानिया गेट के अंदर एक 34 साल की महिला ने शाम को करीब 6 बजे अपनी दुधमुँही बच्ची का गला घोंटा और फिर खुद फाँसी पर झूल गई। वंदना सिंह  नामक महिला अपनी माँ की मौत से बहुत द़ु:खी थी और डिप्रेशन में होने के कारण उसने हत्या और फिर खुदकुशी जैसा कदम उठा लिया। 
वंदना सिंह को फँदे पर झूलते हुए सबसे पहले उसके पिता ने देखा तो वह आवाक रह गया। इस मामले की जानकारी लगते ही लोगों की भीड़ वहाँ एकत्र हो गई। सूचना देने पर पुलिस वहाँ पहुँची उसके बाद पंचनाम की कार्रवाई की गई तथा रात करीब 11.30 बजे एफएसएल की टीम द्वारा जाँच के बाद शवों को मेडिकल अस्पताल पीएम के लिए भिजवाया गया। 
इस संबंध में क्षेत्रीय लोगों ने जानकारी दी है कि खमरिया फैक्ट्री से सेवानिवृत्त अवतार सिंह की पत्नी कुसुम बाई का एक दिन पहले ही बीमारी के चलते निधन हो गया था। माँ की मौत के बाद से ही वंदना बेहद डिप्रेशन में थी और वह किसी से बात भी नहीं कर रही थी। शाम को करीब 6 बजे उसने पहले अपनी ढाई साल की बच्ची आराध्या का गला घोंटा और फिर खुद फाँसी पर झूल गई। वंदना के पिता बाजार जा रहे थे तब उसने कहा था कि बाहर से ताला लगाकर जाना। अवतार सिंह ने बाहर से ताला लगाया और चाबी दरवाजे के नीचे से अंदर फेंक दी, जब वे वापस लौटे और उन्होंने वंदना को आवाज दी तो उसने चाबी अंदर से बाहर नहीं फेंकी। उसके बाद ताला तोड़कर जब वे कमरे में घुसे तो वंदना चुनरी के सहारे पंखे में फँदे पर झूलती मिली और उनकी पोती बिस्तर पर मृत पड़ी हुई थी। 
पिता दर्दनाक दृश्य देखकर चिल्ला पड़ा 
 यह दर्दनाक दृश्य देखकर वह चिल्ला पड़ा कि अरे यह क्या हो गया, तभी  आसपास के लोग वहाँ एकत्र हो गए। अवतार सिंह जो कि अपनी पत्नी की मौत के बाद से ही तनाव में था, अपनी बेटी और पोती की मौत के कारण जोर-जोर से रोने लगा।  
पति की मौत दो साल पहले
 वंदना के पति रमेश  की मौत हार्ट अटैक से दो वर्ष पहले हो चुकी थी। उसका एक भाई था जिसकी उम्र 32 साल थी वह भी पिछले एक साल से गायब था। माँ कुसुम बाई भी बीमार रहती थीं और माँ की मौत के बाद से ही वह विचलित थी।  
परिवार में केवल पिता बचा ।
इनका कहना है
वंदना के परिवार में अब केवल उसका पिता ही अकेला बचा है। वह भी वंदना की मौत के बाद से डिप्रेशन में है, उसे पुलिस ने  सांत्वना दी है। 
 नीरज वर्मा, टीआई रांझी
 

Created On :   6 Jan 2020 2:02 PM IST

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