सांसद नवनीत ने सीएम उद्धव को दी चुनाव लड़ने की चुनौती, बोलीं - मैदान में उतरूंगी  

MP Navneet challenged CM Uddhav to contest elections, said - I will enter the fray
सांसद नवनीत ने सीएम उद्धव को दी चुनाव लड़ने की चुनौती, बोलीं - मैदान में उतरूंगी  
चुनौती सांसद नवनीत ने सीएम उद्धव को दी चुनाव लड़ने की चुनौती, बोलीं - मैदान में उतरूंगी  

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ और तल्ख तेवर दिखाए हैं। नवनीत ने मुख्यमंत्री को उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। रविवार को लीलावती अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद नवनीत ने कहा कि मुख्यमंत्री को मेरी सीधे चुनौती है। अगर मुख्यमंत्री में दम हैं तो वह महाराष्ट्र की किसी सीट से चुनाव लड़कर दिखाएं। मैं मुख्यमंत्री के खिलाफ उस सीट से चुनाव लडूंगी और चुनाव जीतकर दिखाऊंगी। मुख्यमंत्री को पता चल जाएगा कि एक महिला की ताकत क्या है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री फिलहाल विधान परिषद के सदस्य हैं। साल 2019 में मुख्यमंत्री बनने से पहले उन्होंने कोई चुनाव नहीं लड़ा था। नवनीत ने कहा कि मेरा मुख्यमंत्री से सवाल है कि आखिर मैंने क्या गलती की थी कि मुझे 14 दिनों तक जेल में रखा गया। यदि हनुमान चालीसा का पाठ करना और भगवान श्रीराम का नाम लेना अपराध है तो मैं 14 दिनों नहीं बल्कि 14 सालों तक जेल में रहने के लिए तैयार हूं। यदि मुख्यमंत्री समझते हैं कि वे एक महिला को 14 दिनों तक जेल में रखकर उसकी आवाज को दबा सकते हैं तो मैं दबने वाली नहीं हूं। नवनीत ने कहा कि मैं आगामी मुंबई मनपा के चुनाव में शिवसेना के खिलाफ प्रचार करूंगी। इसके पहले सांसद नवनीत और उनके पति व निर्दलीय विधायक रवि राणा ने मुख्यमंत्री के निजी आवास मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने की घोषणा की थी। जिसके बाद विवाद बढ़ने पर खार पुलिस ने राणा दंपति को 23 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने राणा दंपति के खिलाफ नफरत फैलाने और राजद्रोह का मामला दर्ज किया था। फिर 4 मई को मुंबई सत्र न्यायालय ने राणा दंपति को शर्तों के साथ जमानत दे दी थी। 5 मई को जेल से बाहर आने के बाद नवनीत को उच्च रक्तचाप, शरीर में दर्द और स्पॉन्डिलाइटिस की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब नवनीत को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। हालांकि नवनीत ने कहा है कि वह अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुई हैं। उनका इलाज जारी रहेगा। 

बबली ना समझ- पेडणेकर

मुख्यमंत्री को चुनाव लड़ने की चुनौती देने पर शिवसेना ने नवनीत पर कटाक्ष किया है। शिवसेना की प्रवक्ता पेडणेकर ने नवनीत को फिल्म बंटी- बबली की बबली करार दिया। पेडणेकर ने कहा कि हमें लगा था कि बबली समझदार हो गई है। लेकिन बबली ना समझ है। उन्होंने कहा कि नवनीत की मुख्यमंत्री के खिलाफ बोलने की औकात है क्या? शिवसेना के पास नवनीत की बीमारी का इलाज है।  

फिर बढ़ सकती है राणा दंपति की मुश्किलें

अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद मुख्यमंत्री को लेकर की गई बयानबाजी से नवनीत और उनके पति राणा की दोबारा मुश्किलें बढ़ सकती है। विशेष सरकारी वकील प्रदीप घरत ने कहा कि अदालत ने राणा दंपति को उनसे जुड़े मामले में मीडिया से बातचीत न करने की शर्त पर जमानत दी थी। लेकिन नवनीत ने मीडिया में जिस तरीके से बयान दिया है उससे साफ है कि उन्होंने अदालत के आदेश की अवमानना की है। इसलिए हम राणा दंपति की जमानत को रद्द करने के लिए सोमवार को अदालत में जाएंगे।    

अदालत को स्वतः संज्ञान लेना चाहिएः पटोले

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि आदलत के आदेश के बावजूद नवनीत ने हनुमान चालीसा विवाद मामले में मीडिया से बातचीत की है। हमें उम्मीद है कि इस मामले में अदालत को स्वतः संज्ञान लेगा। क्योंकि नवनीत ने अदालत के आदेश की अवमानना की है। पटोले ने कहा कि भाजपा के इशारे पर काम करने वाली नवनीत को लगता है कि अदालत भी उनकी जेब में है। शायद इसी भ्रम के चलते अदालत के आदेश के बावजूद नवनीत ने मुख्यमंत्री को लेकर अपने व्यवहार में परिवर्तन नहीं किया है। 

Created On :   8 May 2022 7:56 PM IST

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