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पुलिस इंस्टपेक्टर के बेटे की हत्या का मामला, एक हफ्ते बाद भी नहीं मिला सुराग

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पुलिस इंस्पेक्टर के 20 वर्षीय बेटे अथर्व शिंदे की हत्या की गुत्थी पुलिस एक सप्ताह बाद भी नहीं सुलझा पाई है। जिस पार्टी में अथर्व गया था उसमें मौजूद सभी लोगों से पुलिस ने पूछताछ की लेकिन वे इतने नशे में थे कि किसी को कुछ याद नहीं है कि उस रात क्या हुआ था। अथर्व सात मई को गोरेगांव के रायल पाम इलाके में स्थित एक बंगले में एक मराठी फिल्म निर्माता की बेटी की जन्मदिन की पार्टी में गया हुआ था। नौ मई को बंगले से 500 मीटर दूर एक तालाब के किनारे उसका शव मिला था।
मामले की छानबीन में जुटे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब तक कुल 80 लोगों पूछताछ की जा चुकी है। इनमें से 30 के बयान दर्ज किए गए हैं जबकि 50 अन्य लोगों ने जानकारी जुटाई गई है लेकिन किसी ने ऐसी कोई जानकारी नहीं दी जिससे इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझ सके। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में अथर्व के सीने, सिर और आंख के पास चोट के निशान है। पुलिस ने इसी आधार पर हत्या का मामला दर्ज किया था। पुलिस को शक था कि किसी बात पर हुए विवाद के बाद अथर्व की पार्टी में पिटाई की गई जिससे वह बुरी तरह जख्मी हुआ होगा।
पुलिस ने बंगले और आसपास लगी सीसीटीवी तस्वीरें भी खंगाली है। तस्वीरों में अथर्व अकेले भाग कर बंगले से निकलता दिखाई दे रहा है। इसके बाद वह एक दुपहिया चालक और ऑटोरिक्शा ड्राइवर से भी मदद मांगता है लेकिन कोई उसकी मदद के लिए नहीं रुकता। इसके अलावा तालाब के पास गिरे अथर्व की भी किसी ने मदद नहीं की। शक है कि अथर्व को नशे में देखकर लोगों ने उसकी मदद से इनकार कर दिया। अथर्व ने मोजे पहन रखे थे जबकि उसके जूते बंगले में ही थे। इससे भी साफ है कि किसी वजह से अथर्व जल्दबाजी में बंगले से निकला था। लेकिन वह वजह क्या थी इसका खुलासा नहीं हो पा रहा है।
जांच में सामने आया है कि इस पार्टी में 29 लोग शामिल हुए थे। जिनमें से 12 लोग रात में वहीं रुक गए थे। यह भी साफ हुआ है कि पार्टी में शराब के अलावा दूसरी नशीली दवाओं का भी इस्तेमाल हुआ है। सीसीटीवी कैमरों से खुलासा हुआ कि अथर्व 8 मई की सुबह सात बजे बंगले से निकला इस दौरान वह नशे की हालत में था। उसे लगातार उल्टियां हो रहीं थीं। लोगों से मदद न मिलने के चलते वह बंगले से थोड़ी दूर पर ही गिर गया था। यहां से बाद में तीन लोग गुजरे लेकिन किसी ने अथर्व की मदद नहीं की। अगर उसे समय से अस्पताल पहुंचाया जाता तो शायद अथर्व की जान बच जाती।
Created On :   16 May 2018 6:20 PM IST