मर्डर मिस्ट्री - मास्टर माइंड के गिरेबान तक पहुंचे पुलिस के हाथ , आरोपी के साथ दो साल से रह रही थी मृतका

Murder Mystery - The hands of the police reached the grave of the master mind
मर्डर मिस्ट्री - मास्टर माइंड के गिरेबान तक पहुंचे पुलिस के हाथ , आरोपी के साथ दो साल से रह रही थी मृतका
मर्डर मिस्ट्री - मास्टर माइंड के गिरेबान तक पहुंचे पुलिस के हाथ , आरोपी के साथ दो साल से रह रही थी मृतका

अब कड़ी से कड़ी जोडऩे में जुटी पुलिस टीम, फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी - रैगवां में महिला की लाश मिलने का मामला
डिजिटल डेस्क सतना।
अमदरा थाना अंतर्गत रैगवां में 30 वर्षीय महिला की लाश एनएच-30 के किनारे झाडिय़ों में फेंकने और उसके 3 वर्षीय मासूम बेटे को सिंहवाहिनी मंदिर में छोड़ जाने के रहस्य को सुलझाने में जुटीं मैहर एसडीओपी हिमाली सोनी और उनकी टीम को 24 घंटे के भीतर अहम सुराग हाथ लगे हैं। इस पूरे मामले की सबसे अहम कड़ी और प्रमुख संदेही माने जा रहे अखिलेश यादव निवासी रीठी, जिला कटनी को पकड़ लिया गया है, जिसने प्रारंभिक पूछताछ में ही गला घोटकर हत्या का जुर्म स्वीकार कर लिया है। युवक ने 3 अन्य लोगों के साथ मिलकर बच्चे और महिला की लाश को कटनी से रैगवां तक लाने और फेंककर भागते समय गाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने का भी खुलासा कर दिया है, मगर अभी इस हत्याकांड में शामिल रहे उसके साथी गिरफ्त में नहीं आए हैं, जिसके कारण पुलिस अधिकृत रूप से कुछ भी कहने से बच रही है।
2 साल से अखिलेश के साथ थी महिला —-
बताया गया कि महिला अपने पहले पति और 2 बच्चों को छोड़कर लगभग 2 साल पहले अखिलेश के साथ कटनी में रहने लगी थी। वह तीसरे और सबसे छोटे बेटे को अपने साथ ही ले आई थी। पुलिस ने उसके पहले पति और माता-पिता को भी सूचित कर दिया है, जो बुधवार रात या गुरूवार सुबह तक अमदरा पहुंच सकते हैं।
3 डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम —-
इससे पूर्व बुधवार सुबह अमदरा अस्पताल की मर्चुरी में महिला के शव का पोस्टमार्टम 3 डॉक्टरों के पैनल से कराया गया, जिसमें एक महिला चिकित्सक भी शामिल थीं। पीएम की वीडियोग्राफी भी कराई गई। हालांकि अभी भी विस्तृत रिपोर्ट नहीं प्राप्त हुई है, मगर प्रारंभिक रिपोर्ट में गला घोटकर हत्या की बात पैनल ने कही है। परीक्षण के बाद शव को मर्चुरी में रखवाया गया है तो बिसरा भी प्रिजर्व किया गया है, जिसको फॉरेंसिक लैब भेजा जाएगा।
दुर्घटनाग्रस्त बोलेरो ही बनी अहम कड़ी —-
सनसनीखेज मामले की गुत्थी सुलझाने में घटना स्थल के पास मिली दुर्घटनाग्रस्त बोलेरो अहम कड़ी साबित हुई। गौरतलब है कि 6 जून की सुबह तकरीबन 6 बजे रैगवां में स्थित सिंहवाहिनी मंदिर परिसर से 3 वर्षीय मासूम के मिलने के 8 घंटे बाद उसी क्षेत्र में 30 वर्षीय महिला की लाश झाडिय़ों में पड़ी मिली थी, जिसे बच्चे ने अपनी मां कहकर पुकारा था। इतना ही नहीं मासूम ने तोतली जुबान में मम्मा को पापा ने मारा भी कहा था। महिला के गले में पतली रस्सी जैसी कोई चीज फंसी हुई थी। घटना स्थल से लगभग 500 मीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बोलेरो क्रमांक एमपी 21 सीए- 3195 और कार क्रमांक एमपी 19सीए- 4231 दुर्घटनाग्रस्त हालत में मिली थी। बोलेरो में बच्चे के जूते, महिला की चप्पल, चूडिय़ों के टुकड़े  पड़े थे, वहीं एक चप्पल गाड़ी के नीचे भी मिली थी। पुलिस ने इस मामले की जांच के दौरान बोलेरो मालिक से संपर्क किया तो उसने अपनी ही गांव के अखिलेश यादव द्वारा सोमवार सुबह गाड़ी किराये पर ले जाने का खुलासा किया, मगर जब उसका फोन लगाया गया तो मोबाइल बंद बताने लगा। अखिलेश के भाई ने भी महिला और बच्चे को पहचानने से इंकार कर दिया था, मगर परिस्थिति जन साक्ष्य उसकी तरफ ही इशारा कर रहे थे।
 

Created On :   8 July 2021 4:11 PM IST

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