दैनिक भास्कर हिंदी: वर्दी पर लगे कैमरे, इतवारी स्टेशन भी होगा हाईटेक कैमरे से लैस

March 23rd, 2019

डिजिटल डेस्क, नागपुर। आरपीएफ की वर्दी पर कैमरे लगने के बाद अब जल्दी ही नागपुर की तरह इतवारी रेलवे स्टेशन पर भी हाईटेक कैमरे लगने वाले हैं। जिससे नागपुर की तरह यहां भी आरोपी आरपीएफ के पकड़ में आसानी से आ सकेंगे। ऐसे में स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ेगी वहीं यात्रियों को अपराधियों से राहत भी मिल सकेगी।

गौरतलब है कि इतवारी रेलवे स्टेशन से रोजाना बड़ी संख्या में पैसेंजर गाड़ियां चलती हैं। हाल ही में यहां से एक्सप्रेस गाड़ियां भी शुरू की गई है। समय दर समय प्लेटफार्म की संख्या बढ़ने के साथ यहां यात्रियों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। जिससे सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहना जरूरी है, लेकिन वर्तमान स्थिति में यहां लगे कैमरे आउटडेट रहने से आरपीएफ के कंट्रोल से बाहर है। जिससे कई बार घटनाएं होने के बाद भी आरपीएफ गुत्थी सुलझाने में सफल नहीं हो पाते हैं। ऐसे में त्योहारों के वक्त आरपीएफ ने ड्रोन का सहारा लिया था। भीड़ के दौरान ड्रोन को प्लेटफार्म पर उड़ाते हुए सुरक्षा का जायजा लिया जा रहा था।

ड्रोन का किराया बहुत ज्यादा रहने से हर बार ड्रोन की मदद लेना सुरक्षा व्यवस्था के लिए संभव नहीं था। ऐसे में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मुख्यालय में स्टेशन पर कैमरे लगाने का प्रस्ताव  भेजा गया। शनिवार को नागपुर में आए बिलासपुर के वरिष्ठ मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने इस बात की जानकारी दी है, कि जल्द ही नागपुर स्टेशन पर लगे हाईटेक कैमरों जैसे कैमरों को इतवारी स्टेशन पर लगाया जाएगा ऐसे में आने वाले समय में इतवारी स्टेशन पर भी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोगों पर थाने में ही बैठकर आरपीएफ नजर रखते हुए, मोबाइल, पर्स चोरों को ऑन द स्पॉट पकड़ सकेगी।

वर्दी पर लगाये कैमरे  
आरपीएफ के सिपाहियों की वर्दी पर कैमरे लग गये हैं। कुल 25 कैमरे दपूम रेलवे नागपुर मंडल के मोतीबाग थाना अंतर्गत दिये गये हैं। यह कैमरे पेजर जैसे दिखते हैं, वही इसे वर्दी पर कंधो पर स्टार के पास लगाए जाते हैं। इसे सिपाही गश्त के दौरान लगाएगा। इसमें सिपाही जहां भी जाए सब कुछ रिकॉर्ड होगा। ऐसे में किसी घटना के तथ्य उजागर करने के लिए यह कैमरा कारगर साबित होगा। साथ ही उन यात्रियों के खिलाफ भी आरपीएफ को सबूत देने का काम करेगा, जिनका व्यवहार खुद खराब रहता है, और फिर सिपाहियों पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाते हैं। फिलहाल इसे नागपुर-दुर्ग के दरमियान गश्त लगानेवाले सिपाहियों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।