- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- मरने की नौबत आ गई तब 5 दिन बाद आई...
मरने की नौबत आ गई तब 5 दिन बाद आई निगेटिव रिपोर्ट - भारी पड़ रही सैम्पल लेने और रिपोर्ट देने में बरती जा रही लापरवाही
डिजिटल डेस्क जबलपुर । संक्रमण इस तेजी से फैल रहा है कि लोगों को समझ में ही नहीं आ रहा कि वे संक्रमित हो गए हैं। शहर में अब ऐसे मरीज ज्यादा मिल रहे हैं, जिनकी रिपोर्ट 5 दिन बाद आ रही है वह भी निगेटिव। दूसरी तरफ इन 5 दिनों में मरीज की हालत मरने जैसी हो जाती है। लंग्स में इंफेक्शन इतना फैल जाता है कि अस्पताल वाले भर्ती करने और इलाज करने में हाथ खड़े कर रहे हैं। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा बरती जा रही है यह लापरवाही लोगों पर भारी पड़ रही है।
सैंपल लेने के बाद रिपोर्ट 24 घंटे में देने के आदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संभागायुक्त बी चंद्रशेखर ने अधिकारियों को दिए हैं। इसके बाद भी 5 से 6 दिन बाद जाँच रिपोर्ट मिल रही है। रिपोर्ट मिलने के बाद भी लोगों को पता ही नहीं चल रहा है कि उनकी वास्तविक स्थिति क्या है। ऐसे हालात निर्मित हो गए हैं कि लोगों का बच पाना मुश्किल हो रहा है और जिम्मेदार लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं।
* सीएम और संभागायुक्त के आदेश हैं कि 24 घंटे में दें रिपोर्ट
केस वन
शक्तिनगर क्षेत्र में रहने वाले 40 वर्षीय युवक विकास की तबियत ठीक न लगने पर जब उन्होंने सैम्पल दिया तो 5 दिन तक रिपोर्ट ही नहीं आई, लेकिन इन 5 दिनों में उनकी हालत नाजुक हो गई और निजी अस्पताल पहुँचना पड़ गया। डाक्टरों ने युवक का सीटी स्कैन कराया तो पता चला कि लंग्स में 50 फीसदी से ज्यादा इंफेक्शन फैल चुका है। दूसरी तरफ जब रिपोर्ट आई तो वह निगेटिव थी। युवक की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
केस टू
चेरीताल निवासी आरके अग्रवाल को वैक्सीन का जब दूसरा डोज लगा, तो उन्हें फीवर आ गया। कुछ दिन तो यही सोचकर निकल गए कि वैक्सीन लगने के बाद बुखार आता है लेकिन जब फीवर ठीक नहीं हुआ और कई दिन बीत गए तो उन्होंने फिर सैम्पल दिया और जाँच कराई तो रिपोर्ट निगेटिव आई। जब सीटी स्कैन कराया तो लंग्स में इंफेक्शन निकला, जिसके बाद इलाज में बड़ी मुश्किल हो रही है।
Created On :   21 April 2021 2:36 PM IST