लापरवाही ने ले ली तेंदुए की जान , शिकारियों द्वारा बिछाए तारों में फंसकर हुआ था घायल

Negligence took the life of a leopard, it was injured by being trapped in the wires laid by the poachers
लापरवाही ने ले ली तेंदुए की जान , शिकारियों द्वारा बिछाए तारों में फंसकर हुआ था घायल
लापरवाही ने ले ली तेंदुए की जान , शिकारियों द्वारा बिछाए तारों में फंसकर हुआ था घायल

डिजिटल डेस्क जबलपुर ।  ग्वारीघाट के छेवला गाँव से लगे आर्मी एरिया में शिकारियों द्वारा बिछाए गए तार के फंदों में फँसकर घायल होकर तीन दिन से मौत से लड़ रहे तेंदुए ने गुरुवार की शाम साढ़े पाँच बजे दम तोड़ दिया। स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ एण्ड फॉरेंसिक सेंटर के डॉक्टरों ने तेंदुए की मौत का प्रारंभिक कारण आंतरिक अंग ज्यादा क्षतिग्रस्त होने और इंफेक्शन फैलना बताया है। हालाँकि शुक्रवार की सुबह 10 बजे उसका पीएम किया गया है, इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का वास्तविक कारण सामने आ सकेगा। वन विभाग के अफसर और वाइल्ड लाइफ सेंटर के डॉक्टर भले ही अपने-अपने तर्क दे रहे हैं, लेकिन जानकारों का मानना है कि इस मामले में शुरू से ही हद दर्जे की लापरवाही बरती गई थी, जिसके कारण इस अनमोल वन्य जीव की मौत हुई है, क्योंकि 14 जनवरी को जब तेंदुआ तार के फंदों में फँसा हुआ मिला था, तभी से उसके रेस्क्यू में देरी की गई थी। इतना ही नहीं वन विभाग के अफसर घटना के बाद तेंदुए के मामूली रूप से घायल होने का दावा कर रहे थे, लेकिन जब उसे बेहोश करके मुक्त कराया गया तो पता चला था कि उसकी चोटें गहरी और घातक हैं। 
इनका कहना है
घायल तेंदुए की मौत गुरुवार की शाम साढ़े पाँच बजे अचानक हुई है। शुक्रवार को सुबह 10 बजे पीएम होगा और उसके बाद ही मौत के कारणों का वास्तविक कारण पता चलेगा।
 -रविन्द्रमणि त्रिपाठी डीएफओ 
तेंदुए की सर्जिकल ड्रेसिंग की गई थी, गहरे घाव थे और आंतरिक अंग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए थे, जिसके कारण उसका ऑपरेशन नहीं हो सका था, शाम साढ़े 5 बजे उसकी मौत हो गई। प्राथमिक तौर पर गंभीर चोटों और इंफेक्शन फैलने के कारण मौत हो सकती है, लेकिन सच्चाई पीएम के बाद ही सामने आएगी।
-डॉ. मधु स्वामी, डायरेक्टर स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ एण्ड फॉरेंसिक सेंटर 
 

Created On :   17 Jan 2020 1:35 PM IST

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