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बसों की जाँच के बीच नया पेंच - संचालकों ने दी हड़ताल की चेतावनी, कहा- किराया बढ़ाए बिना संचालन मुश्किल
डिजिटल डेस्क जबलपुर । सीधी बस दुर्घटना के बाद पूरे प्रदेश में बसों की नियमित जाँच की जा रही है। लगातार होती पड़ताल के बीच पूरे राज्य में बसों के पहिए 24 घण्टों के लिए जाम करने का निर्णय बस ऑपरेटर एसोसिएशन ने लिया है। 26 फरवरी की सुबह 5 बजे से 27 की मॉर्निंग तक कुल 24 घण्टे जिले में भी बसों का संचालन बंद रहेगा। आईएसबीटी में बस ऑपरेटर एसोसिएशन की एक बैठक हुई जिसमें किराया बढ़ाने की माँग रखी गई। ऑपरेटरों का कहना है कि जब डीजल की कीमत 58 रुपए थी तब बसों का किराया निर्धारित हुआ था, अब यह 90 रुपए के करीब है। इन हालातोंं में बसों का संचालन बेहद कठिन और परेशानियों से भरा है, किराया बढऩा चाहिए। दु:खद हादसे के बाद पूरे स्टेट में मचे कोहराम के बीच अब ऑपरेटर और परिवहन विभाग आमने-सामने है। एसोसिएशन के कमल किशोर तिवारी, शंकर दयाल शर्मा ने कहा सीधी दुर्घटना दु:खद है, लेकिन इसमें स्थानीय प्रशासन अपनी नाकामी छिपा रहा है। अभी नियमों का पालन करने वालों के विरुद्ध भी परिवहन विभाग कार्रवाई कर रहा है। आरटीओ संतोष पॉल के अनुसार निर्धारित मानकों के मुताबिक विभाग कार्रवाई का रहा है।
टैक्स जमा किए बिना संचालन
परिवहन विभाग ने बुधवार को 54 बसों की जाँच की। इस पड़ताल में एमपी-22 पी 0124 वाहन स्वामी घनश्याम सेन बिना मोटर यान कर जमा किये संचालन कर रहा था। बस को विभाग ने जब्त कर लिया। इसके अलावा क्षमता से अधिक यात्री बैठालने, बिना बीमा संचालन, बिना फिटनेस पर भी कार्रवाई की गई। जाँच और कार्रवाई के दौरान 13 हजार जुर्माना भी वसूला गया। बरगी नगर, सिहोरा रोड एरिया में जाँच की गई।
जिले में 100 बसों की हालत खराब
विभाग और ऑपरेटरों के अपने तर्क के बीच बसों की ताजा स्थिति यही है कि 800 के करीब पंजीकृत बसों में 100 बसें ऐसी हैं जो सड़कों पर चलने के लायक भी नहीं हैं। यह एकदम खटारा की स्थिति में आती हैं, लेकिन परमिट का सर्टिफिकेट लिये चलाई जा रही हैं। कोरोना महामारी लॉकडाउन के बाद सक्रिय रूप से 400 के करीब बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं। छोटी दूरी की यात्रा में अभी यात्री ठूँस-ठूँसकर भरे जा रहे हैं। पूरा दाम देने के बाद भी सफर असुरक्षा- असुविधा के साथ अब भी जोखिमों से भरा है।
Created On :   25 Feb 2021 3:31 PM IST