नए 9 मंत्रियों को मंत्रालय में मिला केबिन, 4 राज्य मंत्रियों को कार्यालय से चलाना होगा कामकाज

Nine New ministers got cabin in the ministry, 4 state ministers depend on office
नए 9 मंत्रियों को मंत्रालय में मिला केबिन, 4 राज्य मंत्रियों को कार्यालय से चलाना होगा कामकाज
नए 9 मंत्रियों को मंत्रालय में मिला केबिन, 4 राज्य मंत्रियों को कार्यालय से चलाना होगा कामकाज

डिजिटल डेस्क, मुंबई। सरकार के नए 13 मंत्रियों में से 9 मंत्रियों को मंत्रालय में केबिन मिल गई है जबकि 4 राज्य मंत्रियों को विधानभवन के कार्यालय से ही फिलहाल कामकाज करना पड़ेगा। मंत्रालय में जगह नहीं होने के कारण राज्य मंत्रियों केबिन नहीं मिल सकी है। सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने मंत्रियों को केबिन आवंटन से जुड़ा शासनादेश जारी किया है। प्रदेश के नए कृषि मंत्री डॉ. अनिल बोंडे को मंत्रालय के मुख्य इमारत की छठवीं मंजिल पर केबिन आवंटित हुई है। इस केबिन में तत्कालीन कृषि मंत्री पाडुंरंग फुंडकर बैठा करते थे।

स्कूली शिक्षा तथा खेल व युवक कल्याण मंत्री आशीष शेलार मंत्रालय के मुख्य इमारत की पहली मंजिल पर बैठेंगे। शेलार को प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल की केबिन दी गई है। रावल को अब मंत्रालय की विस्तारित इमारत की दूसरी मंजिल की केबिन में बैठना पड़ेगा। रावल को प्रदेश के तत्कालीन खाद्य व आपूर्ति मंत्री गिरीष बापट की केबिन मिली है। प्रदेश के नए गृहनिर्माण मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील मंत्रालय की विस्तारित इमारत की 6 वीं मंजिल पर बैठेंगे। विखे पाटील को पूर्व गृहनिर्माण मंत्री प्रकाश मेहता की केबिन आवंटित की गई है। प्रदेश के श्रम मंत्री संजय कुटे को मंत्रालय की विस्तारित इमारत की पांचवीं मंजिल पर केबिन दी गई है।

इस केबिन में प्रदेश के तत्कालीन सामाजिक न्याय राज्य मंत्री दिलीप कांबले बैठते थे। सामाजिक न्याय मंत्री सुरेश खाडे को मंत्रालय की विस्तारित इमारत की तीसरी मंजिल पर केबिन दी गई है। खाडे को तत्कालीन सामाजिक न्याय मंत्री राजुकमार बडोले की केबिन मिली है। प्रदेश के रोजगार गारंटी और फलोत्पादन मंत्री जयदत्त क्षीरसागर का दफ्तर मंत्रालय की विस्तारित इमारत की दूसरी मंजिल पर होगा। प्रदेश के आदिवासी विकास मंत्री डॉ. अशोक उईके को मंत्रालय की विस्तारित इमारत में दूसरी मंजिल पर केबिन मिली है। उईके को प्रदेश के तत्कालीन आदिवासी विकास मंत्री विष्णु सावरा की केबिन दी गई है।

जलसंरक्षण मंत्री डॉ. तानाजी सावंत का मंत्रालय के मुख्य इमारत की पांचवीं मंजिल पर दफ्तर होगा। यह केबिन पहले प्रदेश के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत को आवंटित थी। प्रदेश के सार्वजनिक निर्माण कार्य, वन तथा आदिवासी विकास मंत्री डॉ. परिणय फुके को भी मंत्रालय में केबिन मिली है। फुके को मंत्रालय के मुख्य इमारत में तीसरी मंजिल पर तत्कालीन सार्वजनिक निर्माण कार्य राज्य मंत्री प्रवीण पोटे-पाटील की केबिन दी गई है। वहीं प्रदेश के उद्योग राज्य मंत्री अतुल सावे, नगर विकास राज्य मंत्री योगेश सागर, सामाजिक न्याय राज्य मंत्री अनिवाश महातेकर और श्रम व पर्यावरण राज्य मंत्री संजय भेगडे को फिलहाल विधानभवन के कार्यालय से कामकाज करना पड़ेगा। इन चारों मंत्रियों को मंत्रालय में जगह रिक्त नहीं होने के कारण केबिन नहीं मिल सकी है। 

 

Created On :   23 Jun 2019 7:58 PM IST

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